हमसफर ट्रेन पहुंची इंदौर, अफसरों को नहीं पता कहां के लिए चलेगी

इंदौर
लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन पर दो-तीन दिन से हमसफर एक्सप्रेस का एक नया-नवेला रैक आकर खड़ा है, लेकिन रतलाम रेल मंडल के अफसरों को पता ही नहीं है कि इसका इस्तेमाल किस ट्रेन के लिए होगा। राजनीतिक स्तर पर भी किसी और शहर के लिए हमसफर एक्सप्रेस चलाने की मांग नहीं की गई है, इसलिए इस बारे में अधिकृत जानकारी नहीं मिल रही है। हालांकि अफसरों ने दो-तीन दिन में स्थिति साफ होने की बात कही है।

22 कोच के इस रैक में दो जनरेटर कार और एलएचबी श्रेणी के 20 थर्ड एसी कोच हैं। रोचक बात यह है कि नया रैक आने की सूचना रतलाम मंडल के प्रबंधक (डीआरएम) आरएन सुनकर को भी नहीं थी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इंदौर-हावड़ा शिप्रा एक्सप्रेस को रोजाना चलाने की घोषणा की थी। यह ट्रेन फिलहाल सप्ताह में तीन दिन चलती है। घोषणा किए पांच महीने होने को हैं लेकिन इस पर अमल अब तक नहीं हो पाया। मौजूदा रूट पर शिप्रा एक्सप्रेस का संचालन एक दिन और हो सकता है और रेल मार्ग के व्यस्त होने के कारण बचे तीन दिन ट्रेन को और किसी रूट से चलाना होगा।

यह संभव है कि बोर्ड इंदौर-हावड़ा के बीच नई ट्रेन चलाए जो हमसफर एक्सप्रेस के रूप में चले। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की ओर से इंदौर-वेरावल महामना रैक के चार दिन फालतू खड़े रहने वाले रैक को गोरखपुर या बीकानेर तक चलाने की मांग की गई है, जबकि नई दिल्ली के लिए सप्ताह में दो दिन वाया फतेहाबाद-रतलाम चलने वाली ट्रेन के लिए पहले से ही रैक उपलब्ध है। इंदौर-पटना एक्सप्रेस का फेरा भी एक दिन बढ़ना है लेकिन यह ट्रेन कन्वेंशनल रैक से चलती है, इसलिए एलएचबी रैक का इससे कनेक्शन होना संभव नहीं है। हमसफर एक्सप्रेस के नए रैक के बारे में सुनकर ने अफसरों से जानकारी लेकर बताया कि रेलवे बोर्ड ने रैक भेजते हुए मंडल को निर्देश दिए हैं कि रैक भेजा जा रहा है जिसे इंदौर में रखें। इसे कहां के लिए चलाना है, इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी।