2025 तक छत्तीसगढ़ स्मार्ट, सशक्त, समृद्ध और खुशहाल राज्य होगा - डॉ. रमन सिंह 

अम्बिकापुर  
मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य अब अपने उम्र के अठारहवां वर्ष में पहुंच गया है, जो वर्ष 2025 मे 25 वर्ष का हो जाएगा। पिछले 15 वर्ष में छत्तीसगढ़ पिछड़ेपन के आवरण को उतार कर अब विकसित राज्य के दौड़ में मजबूत कदम से शामिल हो गया है तथा वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ एक स्मार्ट, हरित, सशक्त, समृद्ध और खुशहाल राज्य होगा जहां तरक्की और सामाजिक न्याय एक-दूसरे की पूरक होंगी। डॉ. सिंह ने यह बातें आज ‘रमन के गोठ‘ की सैंतीसवीं कड़ी में कहा। जिला स्तर पर ‘रमन के गोठ‘ का श्रवण आज यहां जिला पंचायत कार्यालय के सभाकक्ष में खाद्य विभाग, खनिज नागरिक आपूर्ति निगम तथा मार्कफेड के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में सुना गया।  

डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य ने प्रौद्योगिकी न सिर्फ आम जनता के जीवन सवांरने का माध्यम बनेगा, बल्कि पारदर्शी और सहभागी सरकार चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। विकास के लिये हम ऐसे तरीका अपनाएंगे, जिसमें मानवीय श्रम और प्रौद्योगिकी के संगम से हर नागरिक को गरिमापूर्ण जीवन मिले। उन्होंने कहा कि 2025 में छत्तीसगढ़ की पहचान शानदार सड़क, पर्याप्त रेल नेटवर्क, विमान सुविधा से युक्त राज्य के रूप में होगी, जिसमें प्रमुख शहरों में हवाई सुविधा सहित बेहतर क्षेत्रीय संपर्क 10 हजार किलोमीटर तक अतिरिक्त सड़क और 1300 किलोमीटर तक अतिरिक्त रेल्वे नेटवर्क होगी। छत्तीसगढ़ की महिलाएं सुरक्षित अधिकार सम्पन्न, शिक्षित, स्वतंत्र  और बराबरी के अवसर से युक्त होंगी और राज्य के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। डॉ. सिंह ने कहा कि ‘नवां छत्तीसगढ़ 2025‘ के लिये अटल दृष्टि पत्र तैयार किया जाएगा। ‘नवां छत्तीसगढ़ 2025‘ की तैयारी के लिये आप सभी को जुटना होगा, ताकि हम सब मिलकर जब छत्तीसगढ़ के रजत जयंती मनायेंगे तो  अस्मिता के महान उत्सव, आनंद और गौरव का नया एहसास होगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय कृषि उत्पाद के समर्थन मूल्य में खरीदी के लिये ऐतिहासिक निर्णय लिया है, जिसके अनुसार धान के समर्थन मूल्य में एकमुश्त 200 रूपये प्रति क्विंटल की बढोत्तरी की गई है। उन्होंने बताया कि इस खरीफ विपणन वर्ष 2018-19 के लिये केन्द्र सरकार द्वारा ‘‘ए‘‘ ग्रेड धान के लिये 1770 रूपये तथा ‘‘कामन‘‘ धान के लिये 1750 रूपये प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। राज्य सरकार के द्वारा 300 रूपये प्रति क्विंटल बोनस दिया जायेगा जो कि हमने पहले ही किसान भाईयों से वादा किया था। इस प्रकार किसान भाईयों को धान के किस्म के अनुसार प्रति क्विंटल 270 या 250 रूपये समर्थन मूल्य तथा 300 रूपये बोनस सहित 2 हजार रूपये से अधिक की राशि देने का सपना भी पूरा होगा। डॉ. सिंह ने कहा कि प्राथमिक सहकारी समितियों के उपार्जन केन्द्रों मंे धान बेचने वाले किसानों को समर्थन मूल्य सहित बोनस की राशि ऑनलाईन दिया जाएगा, जो सीधे उनके खाते में जमा हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही निर्णय ले लिया है कि नगद और लिंकिंग में धान की खरीदी 1 नवम्बर 2018 से शुरू किया जाएगा और 31 जनवरी 2019 तक चलेगी। धान खरीदी की अधिकत सीमा लिंकिंग सहित 15 क्विंटल प्रति एकड़ तय किया गया है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को बनाने में करीब 2400 करोड़ रूपये की स्वीकृति की जरूरत होगी। इसके लिये हमें परिपाटी तोड़ना पड़ा है निश्चित रूप से यह एक बहुत बड़ा और ऐतिहासिक फैसला है।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ निर्माण से लेकर विकास तक का सफर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी की देन है। उन्होंने कहा कि अटल जी के सपने को साकार करने के लिये विकास यात्रा के दूसरे चरण को अटल विकास यात्रा का नाम दिया गया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की राजधानी नया रायपुर का नामकरण अटलनगर किया गया है तथा वहां स्थित सेंट्रल पार्क, बिलासपुर विश्वविद्यालय, राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज, मड़वा ताप बिजली परियोजना और रायपुर शहर के ‘एक्सप्रेस वे‘ भी अटल जी के नाम पर करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के एक बटालियन का नामकरण ‘‘पोखरन बटालियन‘‘ छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 1 नवम्बर को त्रिस्तरीय पंचायत और नगरीय निकाय के लिये ‘‘अटल बिहारी बाजपेयी सुशासन पुरस्कार‘‘ देने का निर्णय लिया गया है। कवियों के लिये अटल जी के नाम से राष्ट्रीय पुरस्कार योजना की शुरूआत किया जाएगा। इसके साथ ही सभी जिला मुख्यालयों में अटल जी की प्रतिमा लगाया जायेगा। छत्तीसगढ़ बोर्ड के पाठ्यपुस्तकों में अटल जी की जीवनी पढ़ाई जायेगी। डॉ. सिंह ने बताया कि अटल नगर में भव्य अटल स्मारक बनाया जाएगा। ‘‘अटल स्मारक‘‘ अटल नगर के एकात्म पथ में लगभग 5 एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा जो देश और दुनिया में अपनी तरह का अद्भूत स्मारक होगा। इस स्मारक स्थल में स्मारक मूर्ति, ग्रीनलैण्ड स्केप, एमपीथिएटर संग्रहालय, व्याख्या केन्द्र, पुस्तकालय, स्मारिका शॉप, कैफेटेरिया, सघन लैण्डस्केप होंगी। ‘‘रमन के गोठ‘‘ की सैंतीसवीं कड़ी को आज जिला स्तर सहित जनपद एवं ग्राम स्तर पर भी उत्साह से सुना गया।