रंग लाई भूपेश सरकार की मेहनत, दर्जनों गांव के लिए विकास की नई सौगात, पुल बनकर तैयार

रंग लाई भूपेश सरकार की मेहनत, दर्जनों गांव के लिए विकास की नई सौगात, पुल बनकर तैयार

कांकेर। कहा जाता है कि मानव का कर्म उसके जीवन का आधार होता है। उसी तरह किसी भी इलाके में विकास की धारा और नए आयाम पहुंचाने का एकमात्र विकल्प है, समुचित पहुंच मार्ग का होना, मतलब सड़क और पुल का बनना। सड़क, पुल के बिना इलाके में विकास संबंधी कार्यों जैसे अन्य कार्यों को अंजाम देना ग्रामीणों के लिए और प्रशासन के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसा ही हाल था अचिनपुर इलाके के ग्रामीणों के लिए जहां सड़कविहीन मार्ग होने के चलते पथरीली रास्ते से आवागमन करना ग्रामीणों के लिए काफी जद्दोजहद भरा था। साथ ही नदी पर पुल नही होने के चलते बांस बल्ली के जरिये ग्रामीणों को अस्थाई पुल बनाना पड़ता था, लेकिन भूपेश सरकार मेहनत रंग लाई जल्द ही नदी पर बना पुल चालू होने वाला है जिससे ग्रामीणों का आवगमन सुलभ हो जाएगा।
वहीं अब लोकनिर्माण विभाग क्षेत्र के दर्जनों गांव के लिए विकास की नई सौगात प्रदान करने जा रहा है। जो चमचमाती सड़क और पुलविहीन नदी पर पुलनिर्माण के सपने इलाके के ग्रामीणों ने देखी थी अब वह बेहद जल्द पूरी होने वाली है। संगीनों के साये में छोटे बैठिया से कलारकुटनी तक बन रही 3.5 किलोमीटर सड़क इलाके के लिए रीढ़ की हड्डी साबित होगी। सड़क बनने से यह इलाका नए आयाम गढ़ने जा रहा है। पुल की लंबाई 60 मीटर, लागत लगभग 211 लाख रुपये वहीं सड़क की लंबाई 3.5 किलोमीटर, लागत लगभग 170 लाख रुपये है।

ग्रामीण स्वयं बनाते थे आस्थाई पुल

एक समय था जब अचिनपुर इलाके के ग्रामीण उफनती नदी को पार करने के लिए स्वयं मेहनत कर बांस बल्ली के जरिये अस्थाई पुल का निर्माण करते थे। ताकि किसी भी जरिये गांव के बच्चे स्कूल जाकर पढ़ाई कर सके और अपना भविष्य गढ़ सके। साथ ही ग्रामीणों के राशन लाने समेत आवाजाही में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।ग्रामीण अस्थाई पुल का निर्माण इसलिए करते थे क्योंकि गांव को जोड़ने वाली नदी पुलविहीन थी औऱ बारिश के दिनों में नदी उफान पर होती थी, जिससे पूरा इलाका टापू में तब्दील हो जाता था। और गांव के लोगों का सम्पर्क देश दुनिया से कट जाता था।

नदी पर पुल बनकर तैयार

अब ग्रामीणों को बांस बल्ली से अस्थाई पुल का निर्माण नही करना पड़ेगा। क्योंकि अब उक्त नदी पर पुल बनकर तैयार हो चुका है। आगामी बारिश मे यह इलाका टापू में तब्दील नहीं होगा और बच्चे समय पर स्कूल पहुंच जाया करेंगे। और आवाजाही के जरिये सुगम होंगेअब आधा दर्जन से अधिक गांव के हजारों लोगों को इसका लाभ मिलेगा और गांव टापू नही बनेंगे। पुल बनने से छोटेबैठिया, कलारकुटनी, धर्मपुर, अचिनपुर, पिव्ही 94 जैसे कई गांव जुड़ेंगे और बारिश के दिनों में नही कटेंगे।

सरकार की मंशा अनुरूप हर गांव को सड़कों से जोड़ने का काम बड़ी तेजी से किया जा रहा है: महेंद्र कश्यप, ईई लोकनिर्माण विभाग

महेंद्र कश्यप, ईई लोकनिर्माण विभाग भानुप्रतापपुर का कहना है कि सरकार की मंशा अनुरूप हर गांव को सड़कों से जोड़ने का काम बड़ी तेजी से किया जा रहा है। हालांकि काफी चुनौतीपूर्ण रहा सड़क निर्माण करना। लेकिन सुरक्षाबलों और ग्रामीणों के सहयोग से सड़क निर्माण में तेजी लाने में काफी सहायता मिली है। कुछ ही दिनों में यह सड़क पूरी तरह बन कर तैयार हो जाएगी। लोग फर्राटेदार वाहन दौड़ा पाएंगे और बांस बल्ली की अस्थाई पुलनिर्माण से मुक्ति मिलेगी।
 ऐके मिलिंद, एसडीओ लोकनिर्माण विभाग पखांजुर ने बताया कि करीबन 3.5 किलोमीटर तक सड़क गुणवत्तापूर्ण तरीके से तैयार हो चुका है। कुछ ही दूरी का डामरीकरण का काम बचा है, जिसे भी तेजी से किया जा रहा है। पुल में पोताई का काम चल रहा है। इसी सुप्ताह के भीतर पूरा काम कर लिया जाएगा। अनूप नाग, विधायक अंतागढ़ विधानसभा ने कहा कि अंतागढ़ विधानसभा के अचिनपुर इलाके के ग्रामीणों द्वारा बांस बल्ली की अस्थाई पुलनिर्माण कर आवाजाही की जानकारी से काफी चिंतित था। लगातार प्रयास के बाद अंततः उक्त सड़क निर्माण और पुलनिर्माण को बजट में शामिल करवा कर स्वीकृति करवाया। अब पुल और सड़क निर्माण अंतिम चरण में है,इलाके के लोगो को अब राहत मिलेगी। अब लकड़ी का पुल ग्रामीणों को नही बनाना पड़ेगा।

सोशल मीडिया पर देखें खेती-किसानी और अपने आसपास की खबरें, क्लिक करें...

- देश-दुनिया तथा खेत-खलिहान, गांव और किसान के ताजा समाचार पढने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म गूगल न्यूजगूगल न्यूज, फेसबुक, फेसबुक 1, फेसबुक 2,  टेलीग्राम,  टेलीग्राम 1, लिंकडिन, लिंकडिन 1, लिंकडिन 2टवीटर, टवीटर 1इंस्टाग्राम, इंस्टाग्राम 1कू ऐप से जुडें- और पाएं हर पल की अपडेट