देवास में सामने आया बड़ा आवास घोटाला, 45 से अधिक आरोपियों के खिलाफ पर लोकायुक्त में प्रकरण
brijesh parmar
उज्जैन। देवास जिले की तीन नगर परिषदों में प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि में बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है। सीएम से शिकायत के बाद इस मामले में प्रारंभिक जांच के बाद लोकायुक्त उज्जैन ने 45 से अधिक आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित आपराधिक षडय़ंत्र व अन्य धाराओं में केस दर्ज करके जांच शुरू की है। जिन पर केस दर्ज हुआ हैं उनमें तत्कालीन अध्यक्ष, सीएमओ, प्रशासक सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी, निजी फर्मों के कर्मचारी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि में आर्थिक अनियमितता
लोकायुक्त पुलिस उज्जैन को देवास जिले के सतवास, कांटाफोड, लोहारदा नगर परिषद में प्रधानमंत्री आवास योजना में बडे भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी। इस शिकायत के आधार पर जांच की गई थी। प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि में आर्थिक अनियमितता की गई। योजना के अंतर्गत हितग्राहियो को दी जाने वाली राशि का दुरूपयोग कर फर्जी बिलों एवं अनियमित सामग्री क्रय के माध्यम से अनुचित लाभ विभिन्न शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्राप्त किया गया, जिससे प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को आवास हेतु प्राप्त होने वाली राशि की किश्ते प्राप्त नहीं हो सकीं। ऐसे अनेक हितग्राहियों द्वारा कलेक्टर, जिला देवास एवं अन्य वरिष्ठ कार्यालयों को शिकायत की गई थी। इसके साथ ही स्वच्छता हेतु उपलब्ध कराई गई राशि एवं अन्य मद की राशि में से बिना सक्षम स्वीकृति के सामग्रियों को विधि द्वारा स्थापित क्रय नियम के मापदण्ड के विपरीत क्रय किये जाने की जांच उपरान्त प्रमाणित पाये जाने से लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन द्वारा अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
फर्जी बिल प्राप्त कर भुगतान भी किया, अनुचित आर्थिक लाभ अर्जित किया
नगर परिषद कांटाफोड में वर्ष 2017 से 2022 तक की अवधि में पदस्थ अध्यक्ष / प्रशासक, सीएमओ / प्रभारी सीएमओ, आंकिक व शाखा प्रभारियों द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना की धनराशि को अन्य मदों में ना केवल अवैध रूप से स्थानांतरित किया बल्कि उस धनराशि का दुरुपयोग कर विभिन्न निजी संस्थाओं को अवैध तरीके से फर्जी बिल प्राप्त कर भुगतान भी किया तथा उनके साथ मिलकर अनुचित आर्थिक लाभ अर्जित किया । आपराधिक षडयंत्र कर मिलीभगत से शासकीय धन राशि का गबन व विश्वास का हनन किया गया तथा छल करते हुए संदिग्ध कार्यों पर व्यय के संबंध में हितग्राहियों द्वारा विभिन्न स्तरों पर शिकायत करने के उपरांत कलेक्टर, जिला देवास द्वारा एसडीएम राजस्व कन्नौद एवं जिला परियोजना अधिकारी, शहरी विकास अभिकरण देवास से प्राथमिक जांच करायी गई तथा जांच में तथ्यों की पुष्टि होने पर लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन को शिकायत जांच रिपोर्ट अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रेषित की गई। लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने नगर परिषद कांटाफोड के तत्कालीन अधिकारी एवं कर्मचारी 1. भूरी बाई विजय सिंह काकड़वाल तत्कालीन अध्यक्ष 2. अविनाश सोनानिया तत्कालीन प्रशासक 3. महेश शर्मा तत्कालीन सीएमओ, लेखापाल व शाखा प्रभारी4- कैलाशचंद्र वर्मा तत्कालीन सीएमओ 5–विजय कुमार शर्मा, तत्कालीन सीएमओ 6–गोविंद पोरवाल तत्कालीन सीएमओ 7- सतीश घावरी तत्का. सीएमओ, लेखापाल एवं शाखा प्रभारी 8- सैयद मकसूद अली तत्का. सीएमओ 9 धर्मेन्द्र सिंह देवड़ा तत्का. लेखापाल एवं शाखा प्रभारी 10- बीना घावरी तत्का लेखापाल एवं शाखा प्रभारी 11 - प्रकाश वाधवानी (प्रायवेट व्यक्ति) मोहित सेल्स कार्पोरेशन इंदौर 12 - मोहित वाधवानी (प्रायवेट व्यक्ति) मोहित सेल्स कार्पोरेशन इंदौर 13- बलराज तिवारी ( प्रायवेट व्यक्ति ) फर्म- निर्मल इन्टरप्राईजेस देवास, निवासी- देवास 14- सतीश चौहान ( प्रायवेट व्यक्ति) फर्म - शिव ग्राफिक्स इन्दौर 15- पवन सिसौदिया ( प्रायवेट व्यक्ति) फर्म- शिव ग्राफिक्स इन्दौर एवं अन्य के विरूद्ध अपराध क्रमांक 278 / 2022 दर्ज किया गया है।
नगर परिषद लोहारदा
नगर परिषद में वर्ष 2017 से 2022 तक की अवधि में पदस्थ अध्यक्ष / प्रशासक, सीएमओ / प्रभारी सीएमओ, आंकिक व शाखा प्रभारियों द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना की धनराशि को अन्य मदों में ना केवल अवैध रूप से स्थानांतरित किया बल्कि उस धनराशि का दुरुपयोग किया।कांटाफोड नगर परिषद की तरह ही यहां भी हुआ। नगर परिषद लोहारदा, जिला देवास में पदस्थ में तत्कालीन निम्न अधिकारी एवं कर्मचारी 1- लाडकी बाई लक्ष्मण ईवने तत्का अध्यक्ष 2 - सुभाष सोनेर, तत्कालीन प्रशासक 3- के. एन. एस. चौहान, तत्कालीन सीएमओ 4- अनिल जोशी, तत्कालीन सीएमओ 5 . हरिओम कचोले, तत्कालीन सीएमओ , लेखापाल एवं शाखा प्रभारी 6. नंदकिशोर परासनिया, तत्कालीन सीएमओ 7-सतीश घावरी तत्कालीन सीएमओ 8- अनवर गौरी तत्कालीन सीएमओ 9 कैलाश वर्मा, तत्कालीन सीएमओ 10 जगदीश शर्मा तत्कालीन सीएमओ 11 - सैंयद मकसूद अली तत्कालीन सीएमओ 12- आधार सिंह तत्कालीन सीएमओ 13 - विनोद हाडा तत्कालीन लेखापाल एवं शाखा प्रभारी 14 - सतीश चौहान ( प्रायवेट व्यक्ति), संचालक, फर्म- शिवशक्ति इंटरप्रायजेस, इन्दौर 15- पवन सिसोदिया ( प्रायवेट व्यक्ति) कर्मचारी शिवशक्ति इंटरप्रायजेस, इन्दौर 16- करण वाधवानी (प्रायवेट व्यक्ति) संचालक, फर्म- जे. डी. सेल्स इन्दौर एवं अन्य के विरूद्ध अपराध क्रमांक 279 / 2022 बुधवार को दर्ज किया गया।
नगर परिषद सतवास
नगर परिषद में वर्ष 2017 से 2022 तक की अवधि में पदस्थ अध्यक्ष / प्रशासक, सीएमओ / प्रभारी सीएमओ, आंकिक व शाखा प्रभारियों द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना की धनराशि को अन्य मदों में ना केवल अवैध रूप से स्थानांतरित किया बल्कि उस धनराशि का दुरुपयोग किया। कांटाफोड एवं लोहारदा नगर परिषद की तरह ही यहां भी हुआ।लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने तत्कालीन निम्न अधिकारी एवं कर्मचारी 1- छोटी बी वहीद खान तत्कालीन अध्यक्ष 2 - विकास डॉवर, तत्कालीन, सीएमओ 3 - कैलाशचंद्र वर्मा तत्कालीन सीएमओ, लेखापाल व शाखा प्रभारी 4- अनवर गौरी, तत्कालीन सीएमओ 5 जगदीश शर्मा, तत्कालीन सीएमओ 6- आधार सिंह, सीएमओ, 7- शुभम राठौर तत्का. दैवेभो 8 - विवेक मिश्रा सहायक ग्रेड तीन 9- पदम सिंह यादव भृत्य एवं लेखापाल सहायक 10 - राजेश वाधवानी ( प्रायवेट व्यक्ति) फर्म जेडी इलेक्ट्रिकल्स इंदौर, 11- मोहित वाधवानी पिता प्रकाश वाधवानी (प्रायवेट व्यक्ति) जे.डी. इलेक्ट्रिकल एवं मोहित सेल्स इंदौर, 12 - बंटी वर्मा पिता कैलाशचंद्र वर्मा निवासी सतवास जिला देवास ( प्रायवेट व्यक्ति ) 13 - सतीश चौहान ( प्रायवेट व्यक्ति ) शिवशक्ति इंटरप्रायजेस इंदौर, 14 - पवन सिसोदिया पिता छगनलाल सिसोदिया (प्रायवेट व्यक्ति) फर्म शिवशक्ति इंटरप्रायजेस इंदौर, 15- प्रकाश वाधवानी (प्रायवेट व्यक्ति) मोहित सेल्स इंदौर एवं अन्य के विरूद्ध अपराध क्रमांक 277/2022 बुधवार को दर्ज किया गया है।
तीन प्रकरण एक सी धाराएं
लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने तीनों अपराध धारा- 7, 13 (ए), 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 ( संशोधन 2018 ) एवं 409, 420, 201, 120बी भादंवि के अंतर्गत दर्ज किेए हैं। डीएसपी सुनील कुमार तालान ने प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया है।