रियायत, सहज टैक्स कंप्लायंस का थाल सजाया मध्यप्रदेश ने, निवेशक आयें, लाभ उठायें
भोपाल, मध्यप्रदेश भूमि, जल, प्रशिक्षित मेनपॉवर एवं अन्य अधोसंरचनात्मक व्यवस्थाओं और सहज कर प्रणाली के साथ निवेश के लिये आदर्श स्थल है। फ़ूड प्रोसेसिंग, नवकरणीय ऊर्जा, आईटी, फार्मा, पर्यटन, ऑटोमोबाईल आदि क्षेत्रों में विभिन्न रियायतों एवं प्रोत्साहन के साथ मध्यप्रदेश सरकार की सकारात्मक सोच और सहयोगी रवैया प्रदेश को निवेश के लिए विशिष्ट बनाता हैं। इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में इन्वेस्ट मध्यप्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर समिट के "ऐक्सेस मध्यप्रदेश - कम्पलीट बिज़नेस सॉल्युशन" सेशन में वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा की उपस्थिति में वरिष्ठ एवं प्रतिष्ठित चार्टर्ड अकाउंटेंट तथा वित्तीय एवं कर प्रणाली विशेषज्ञों द्वारा निवेशकों को मध्यप्रदेश की कर प्रणाली, वित्तीय सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं की जानकारी दी गयी। विशेषज्ञों ने कहा कि विभिन्न सेक्टर में आकर्षक योजनाओं, रियायत एवं सहज टैक्स कंप्लायंस व्यवस्था का थाल सजाकर मध्यप्रदेश तैयार है, निवेशक आएँ एवं लाभ प्राप्त करें।
सेशन में अपर मुख्य सचिव वित्त श्री अजीत केसरी ने उद्योगों के संदर्भ में मध्यप्रदेश की भौतिक सुविधाओं की जानकारी देते हुए बताया कि आगामी वर्ष में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा 48 हज़ार करोड़ रूपये का पूँजीगत निवेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कर संबंधी विषयों के अनुपालन को पूरी तरह से डिजिटल बनाया गया है, जिससे निवेशकों की व्यक्तिगत उपस्थिति की आवश्यकता न्यूनतम है।
सेशन में CEO, आर्थिक विकास बोर्ड मॉरीशस श्री केन पोनुस्वामी ने भारत एवं मॉरीशस के बीच सुदृढ़ आर्थिक एवं सामरिक संबंधों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के नागरिकों की गर्मजोशी, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का व्यापार और उद्यमों की स्थापना के लिए सकारात्मक विजन एवं प्रशासनिक उपलब्धता, निवेशकों तथा औद्योगिक संस्थानों की आर्थिक गतिविधियों के संचालन का सुनहरा अवसर है। श्री पोनुस्वामी ने कहा कि वित्तीय सुविधाओं के साथ टैक्स कंप्लायंस की सहजता कॉस्ट ऑफ़ डूइंग बिज़नेस को कम कर देती है, जो ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस का एक महत्वपूर्ण कारक है।
अध्यक्ष इंस्टीट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ़ इंडिया, श्री देवाशीष मित्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश में विकास का स्वर्णिम भविष्य है। यहाँ 12 हज़ार से अधिक योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, जो टैक्स कंप्लायंस को सहज बनाने में मध्यप्रदेश सरकार के साथ हैं। उपाध्यक्ष आइसीएआई, श्री अनिकेत तलाटी द्वारा टैक्स प्लानिंग, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप एवं मध्यप्रदेश में क़ानून- व्यवस्था की जानकारी प्रदान की गयी। श्री तलाटी ने कहा कि मध्यप्रदेश में कंपनी रजिस्ट्रेशन एवं टैक्स नियमों का अनुपालन सबसे सरल है। उल्लेखनीय है कि आइसीएआई द्वारा ग्लोबल इंवेस्टर समिट में निवेशकों एवं उद्योगपतियों की टैक्स संबंधी जिज्ञासाओं के समाधान के लिए विशेष स्टाल लगाये गये हैं।
वरिष्ठ चार्टर्ड अकाउंटेंट एवं क़ानून विशेषज्ञ श्री टी पी ओस्तवाल द्वारा अंतरराष्ट्रीय कर, क़ानून-व्यवस्था एवं निवेश से जुड़े प्रावधानों की जानकारी दी गई। श्री ओस्तवाल ने ज़ोर दिया कि मध्यप्रदेश में न केवल निवेशक आएँ, साथ ही अपने मुख्यालय भी मध्यप्रदेश में बनायें। पूर्व अध्यक्ष इंस्टीट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज़ ऑफ़ इंडिया सीए श्री आशीष गर्ग ने स्टार्ट अप स्थापना एवं एडवोकेट सीए श्री मनोज मुंशी द्वारा श्रम क़ानूनों पर प्रकाश डाला गया। श्री मुंशी ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है, यहाँ श्रमिक अशांति जैसी समस्याएँ नगण्य हैं। सहयोगपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्था, श्रम क़ानूनों के अनुपालन को सहज बनाती है। सभी विषय-विशेषज्ञों द्वारा निवेशकों एवं विभिन्न देशों से आये कंपनी सेक्रेटरीज़, चार्टर्ड अकाउंटेंट एवं संस्थानों के प्रतिनिधियों के प्रश्नों का समाधान किया गया। सेशन का संचालन कर विशेषज्ञ सीए श्री मनीष डफ़रिया ने किया।