बैंकिंग से समावेशी विकास एवं आर्थिक स्वतंत्रता संभव: सहकारिता मंत्री
जयपुर। सहकारिता मंत्री श्री गौतम कुमार दक ने कहा कि किसी भी राज्य के विकास में बैंकिंग प्रणाली एक बुनियादी आवश्यकता है, इसके बिना व्यक्ति और समाज के वित्तीय उन्नयन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जैसे किसी व्यक्ति की रोटी, कपड़ा और मकान प्राथमिक आवश्यकता है लेकिन अब इसमें बैंकिंग भी जुड़ गया है।
श्री दक ने दी राजस्थान अरबन को-ऑपरेटिव बैंक्स फैडरेशन लि. जयपुर के स्थापना दिवस पर मंगलवार को आयोजित समारोह में कहा कि राज्य के शहरी क्षेत्रों में अरबन को-ऑपरेटिव बैंकों का बहुत बड़ा योगदान है क्योंकि इनके माध्यम से व्यक्ति का समावेशी विकास हो रहा है और उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता मिल रही है।
उन्होंने कहा कि बैंकिंग के माध्यम से व्यक्ति स्वयं की आर्थिक उन्नति के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रूप से राज्य के विकास में योगदान देता है। इसलिये हमे ज्यादा से ज्यादा व्यक्तियों को बैंकिंग के दायरे में लाये जाने का प्रयास करना होगा। सहकारिता मंत्री ने कहा कि यदि प्रदेश में सहकारी बैंकिंग के प्रसार में समस्यायें आ रही हैं तो उनका शीघ्र निपटारा किया जायेगा।
समारोह में जल संसाधन मंत्री श्री कन्हैया लाल चौधरी, विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद एवं फैडरेशन के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र गहलोत, फैडरेशन अध्यक्ष मोहन पाराशर, उपाध्यक्ष सतीश सरीन, चित्तौड़गढ़ अरबन बैंक के अध्यक्ष आई एम सेठिया सहित सदस्य अरबन बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।