नक्सलियों ने राशिमेटा, चिल्लौरा, गांगुलपारा सहित अन्य स्थानों पर फेंके नक्सली पर्चे, बांधे बैनर

rafi ahmad ansari
बालाघाट। नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले की पुलिस लगातार जंगल में बहादुरी से सर्चिंग कर नक्सलियों को लगातार निशाना बनाकर उनकी पकड़ को कमजोर कर रही है। हाल ही में पुलिस ने 29 सितंबर को नक्सल प्रभावित सोनगुड्डा के कोद्दापार के जंगल में 14 लाख के ईनामी नक्सली को मार गिराया है। पुलिस की इस सफलता से नक्सली बौखला गए है और वह पुलिस से बदला लेने की फिराक में है और इसके लिए ग्रामीणों को बरखलाने का प्रयास कर रहे है। इसी कड़ी में चुनाव के बीच नक्सलियों ने नक्सली पर्चो को फेंक व बैनर बांधकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। हालांकि पुलिस इन पर्चो की जांच कराने के बाद ही सही स्थिति का पता चलने की बात कह रही हैं।
सरकार की नीतियों का भी विरोध किया
जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित राशिमेटा, चिल्लौरा,कोद्दापार, गांगुलपार, मानेगांव समेत अन्य स्थानों पर नक्सलियों ने नक्सली पर्चो के साथ ही बैनर बांधे है। जिसमें उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया है और इन पर्चो व बैनर की जिम्मेदारी भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी माओवादी ने ली है। फेंके गए पर्चो व बैनर में उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को झुठा बताने का प्रयास कर ग्रामीणों को बरखलाने का प्रयास किया है। इसके साथ ही सरकार की नीतियों का भी विरोध किया है।
नक्सली बैनरों में नक्सलियों ने पत्रकारों पर भी निशाना साधा
बता दें कि नक्सलियों द्वारा फेंके जाने वाले नक्सली पर्चो व बैनरों में अक्सर ही पुलिस की कार्रवाई का विरोध जताने के साथ ही सरकार की नीतियों का विरोध कर जल,जंगल व जमीन की लड़ाई लड़ने का झांसा देकर ग्रामीणों को बरखलाने का प्रयास किया जाता है, लेकिन इस बार नक्सली बैनरों में नक्सलियों ने पत्रकारों पर भी निशाना साधा है। नक्सली बैनर में उन्होंने पत्रकारों को जमीनी स्तर का समाचार लगाने की हिदायत दी है।
इनका कहना है
नक्सली उन्मूलन के लिए बालाघाट पुलिस लगातार ग्रामीणों के साथ संवाद स्थापित करने के साथ ही जंगल में सर्चिंग कर रही है। विधानसभा निर्वाचन को लेकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए पुलिस सतर्क है और सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता है। अभी जो पर्चे मिले की उनकी जांच करवाई जा रही है।
-समीर सौरभ, पुलिस अधीक्षक।