MP के कई हिस्सों में जोरदार बारिश, मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए जारी किया अलर्ट
भोपाल
मध्य प्रदेश के अधिकाँश हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है, राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में रुक रुक कर तेज बारिश हुई हैं, वहीं ग्वालियर, चंबल संभाग, बुंदेलखंड में भारी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं| कई गाँवों का संपर्क टूट गया है| इसके अलावा रीवा और सतना जिले में भी अच्छी बारिश हुई है| आने वाले दो दिन ऐसा ही मौसम बना रहेगा| मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है|
मौसम विभाग के अनुसार विदिशा, टीकमगढ़, अशोकनगर, सागर, ग्वालियर, दतिया, रायसेन, शिवपुरी, श्योपुर, भिण्ड, आगर, रायसेन, छतरपुर, राजगढ़ और दमोह में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी गयी है| इसके अलावा भोपाल, सीहोर, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, कटनी, शाजापुर, उज्जैन, सिंगरौली और शहडोल में भी हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहेगी|
टीकमगढ़ में सिंघाड़ी नदी का पानी बढ़ गया। बान सुजारा बांध से भी लगातार ही हर दो दिनों में गेट खोले जा रहे है, जिससे धसान नदी में पानी का बहाव ज्यादा है। चंदला-बछौन मार्ग भी अवरुद्ध रहा, जहां पर सलेहा नदी उफान पर रही। सिंघाड़ी नदी की निर्माणाधीन पुलिया के कारण आसपास के क्षेत्रों में पानी भर गया जिससे खेतों में रहने वाले पांच परिवार के लोग फंस गए। परिवार के लोगों और जानवरों को बचाने के प्रयास में 45 वर्षीय परिवार का ही मुखिया पानी में बह गया।
ग्वालियर में पिछले तीन दिनों से लगातार जारी तेज बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत बनने लगी है। जाते जाते मानसून ने ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। सबसे बुरे हालात घाटीगांव क्षेत्र के हैं। यहाँ सांक नदी का पुल पानी में डूब गया है। बाढ़ का पानी पुल के 5 फीट ऊपर बह रहा है। ग्रामीण सड़कों पर फंसे हैं। पुल डूबने के कारण 15 गाँवों का आपस में संपर्क टूट गया है। बढ़ते पानी से ग्राम आंतरी और डांग चराई पूरी तरह डूब चुके हैं। जबकि खुडावली, कचना का पुरा, तकिया का पुरा, सीताराम का पुरा आदि की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है। यहाँ भी पानी कभी भी पहुँच सकता हैं ग्रामीण पहाड़ों पर चढ़कर अपनी सुरक्षा कर रहे हैं। लगातार पानी बढ़ने से सिरसा और जखौदा डेम के फूटने का खतरा बढ़ गया है। और यदि ऐसा हुआ तो कई गांव डूब में आ जायेंगे।
ग्वालियर में लगातार हो रही बारिश से शहर के लोगों की प्यास बुझाने वाला तिघरा जलाशय 736.50 को पार कर चुका है और ये जैसे ही 738 फीट को छुएगा उसके बाद तत्काल गेट खोल दिए जायेंगे। तिघरा का फुल टेंक लेवल 740 फीट है लेकिन जलाशय पुराना होने के कारण इसे 738 फीट तक ही भरा जाता है। तिघरा के कैचमेंट एरिया में हो रही बारिश अन्य जगह से तिघरा में पहुँच रहे पानी को देखते हुए माना जा रहा है कि यदि पानी बढ़ने का क्रम ऐसे ही जारी रहा तो जल्दी ही तिघरा के गेट खोल दिए जायेंगे। लेकिन बाँध खोले जाने से पहले जल संसाधन विभाग ग्वालियर कलेक्टर और मुरैना कलेक्टर को इसकी विधिवत सूचना देगा और फिर अनुमति मिलने के बाद जलाशय पर लगा सायरन बजाया जाएगा उसके बाद गेट खोले जायेंगे। आंकड़ों पर नजर डालें तो इस साल अब तक लगभग 700 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है। जबकि अभी इसका क्रम जारी है।
दतिया जिले में लगातार हो रही बारिश जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है, 17 घंटे में 66 मिमी बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए। लक्ष्मण तालाब ओवरफ्लो हो गया और अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों में 4 से 5 फीट तक पानी भर गया। ग्राम बगदा में एक कच्चा मकान गिर गया। बारिश के कारण जनजीवन भी प्रभावित रहा।