मांग पूरी नहीं हुई तो कर लेंगे आत्महत्या
भोपाल। कांग्रेस के लिए प्रचारक की भूमिका निभाने वाले आचार्य देवमुरारी बापू अब सरकार को पद के लिए धमका रहे हैं। पद नहीं देने पर आत्महत्या तक की धमकी देने के पीछे यह मुख्यमंत्री कमलनाथ को ही यह कहते हुए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं कि गौ संवर्धन बोर्ड का अध्यक्ष बनाने का वायदा किया था, लेकिन अब मुकर रहे हैं।

यहां बता दें कि राष्ट्र रक्षा वाहिनी का राष्ट्रीय संयोजक बताने वाले इस व्यक्ति का दावा है कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस का चुनाव प्रचार किया था। भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी रहे दिग्विजय सिंह के लिए भी इनके द्वारा राजधानी के आसपास सभाएं की गई थी। इनका आरोप है कि तक चुनाव प्रचार का खर्च वहन करने वाली कांग्रेस वायदे के मुताबिक मप्र गौ संवर्धन बोर्ड का अध्यक्ष पद देने से न केवल आना-कानी कर रही है, बल्कि मुकर भी रही है। जबकि इसके विपरीत कमलनाथ के नेतृत्व में बनी सरकार प्रचार के ऐवज में ही स्वामी सुबुद्धानंद और कंप्यूटर बाबा को शासकीय पद देकर उपकृत कर चुकी है। लेकिन सरकार बनने के 8 महीने के बाद मेरे संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। यह अपमान अब बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। लिहाजा कल सोमवार दिन में मुख्यमंत्री निवास के नजदीक पॉलिटेक्रिक चौराहे पर पहुंचकर आत्महत्या करने का निर्णय लिया है। जब उनसे पूछा गया कि आपको नहीं लगता है कि सरकार को ब्लैक मेल कर रहे हैं, तो उन्होंने इसका खंडन करते हुए कहा है कि हम अपना मेहनताना ले रहे हैं।
संत को चाहिए वाई श्रेणी की सुरक्षा
अपने आपको संत बताने वाले कांग्रेस के इस प्रचारक को वाई श्रेणी की सुरक्षा भी चाहिए। इस बात का खुलासा मुख्यमंत्री कमलनाथ को लिखे पत्र से होता है। 12 अगस्त को लिखे पत्र में उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से जान का खतरा बताते हुए कहा है कि मैंने कांग्रेस का प्रचार किया है, इसलिए भाजपा के लोग नाराज रहते हैं और वह किसी समय भी मेरी जान ले सकते हैं।