...तो कारगिल की तरह दुश्मन को देंगे मुंहतोड़ जवाब: राजनाथ सिंह 

...तो कारगिल की तरह दुश्मन को देंगे मुंहतोड़ जवाब: राजनाथ सिंह 

हम जो कुछ भी करते हैं, आत्मरक्षा के लिए करते हैं, आक्रमण के लिए नहीं

नई दिल्ली, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दायरे में हम जो कुछ भी करते हैं, वह हमेशा आत्मरक्षा के लिए करते हैं, आक्रमण के लिए नहीं। अगर दुश्मन देश ने कभी हमारे ऊपर आक्रमण किया, तो हमने यह भी साबित कर दिया कि कारगिल की तरह हम उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे। कारगिल विजय दिवस पर कई ट्वीट के माध्यम से वीर शहीद जवानों को याद करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, कारगिल विजय दिवस केवल एक दिन नहीं है, बल्कि भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम का विजयोत्सव है। इस देश को सुरक्षित रखने का कार्य अगर सीमा पर हमारे सैनिक कर रहे हैं, तो इसकी एकता, अखंडता और भाईचारे को बरकरार रखना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, हाल ही में मुझे लेह-लद्दाख जाने और वहां से कारगिल के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने का अवसर प्राप्त हुआ था। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि 20 वर्ष पहले के मुकाबले मैंने लद्दाख़ में बहुत बड़ा बदलाव देखा। रक्षा मंत्री ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर देश की जीत को 21 साल पूरे होने के अवसर पर रविवार को यहां राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्प‍ित की। भारतीय सेना ने कारगिल की बर्फीली पहाडि़यों पर करीब तीन महीने चले युद्ध के बाद 26 जुलाई, 1999 को ऑपरेशन विजय सफलतापूर्वक पूरा होने और जीत की घोषणा की थी। इस युद्ध में देश के 500 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। कारगिल युद्ध में भारत की जीत मनाने के लिए 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर रक्षा मंत्री (Defence Minister Rajnath Singh) ने संवाददाताओं से कहा, मैं कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सभी भारतीय नागरिकों को बधाई देता हूं। जिन जवानों के बलिदान की बदौलत हमने कारगिल युद्ध जीता था, वे सशस्त्र बलों के लिए हमेशा प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे।राजनाथ सिंह के अलावा रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक, चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने भी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित की।