देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी आवश्यक - राज्यपाल श्रीमति आनंदी बेन पटैल
कान्हा भ्रमण के बाद राज्यपाल ने की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा

मण्डला - देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी आवश्यक है। महिलायें आगे आऐंगी तो पूरा परिवार भी आगे आयेगा। यह बात प्रदेश की राज्यपाल श्रीमति आनंदी बेन पटैल ने राष्ट्रीय उद्यान कान्हा के ईको सेंटर में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। महिलाओं को विकास के अवसर प्रदान करने के लिए पृथक से योजना बनानी चाहिए। इसके पहले उन्होंने पार्क का भ्रमण किया और संग्रहालय का अवलोकन भी किया। राज्यपाल श्रीमति आनंदी बेन पटैल ने कहा कि महिलाओं को अपना स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रशासन का समुचित सहयोग मिलना चाहिए। देश में लगभग आधी आबादी महिलाओं की है जिनकी उपेक्षा करके हम समग्र विकास की कल्पना नहीं कर सकते। समय बदल रहा है, अब महिलाऐं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। अतः देश के विकास में नारी शक्ति का समुचित उपयोग किया जाना आवश्यक है। राज्यपाल ने रेडक्रॉस समिति के सदस्यों एवं स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों से उनके कार्यों एवं उपलब्धि के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने स्वयं सेवी संगठनों एवं स्व सहायता समूह की सदस्यांे से आव्हान किया कि वे अपने कार्यक्षेत्र में लोगों को शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान करते हुए इनका लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें।
योजनाओं को परिणाममूलक बनायें -
राज्यपाल श्रीमति आनंदी बेन पटैल ने कहा कि शासकीय अधिकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करते हुए उन्हें परिणाममूलक बनायें। कोई भी योजना तभी सफल मानी जायेगी जबकि उसके बेहतर परिणाम सामने आयें। उन्होंने कहा कि रोजगार संबंधी योजनाओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। बैंकर्स को भी चाहिए कि वे हितग्राहियों से सतत संपर्क करते हुए उसके व्यवसाय को बढ़ाने में समुचित सहयोग एवं मार्गदर्शन प्रदान करें। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं के लिए शासन द्वारा प्रावधानित राशि समय पर उपलब्ध होनी चाहिए। श्रीमति पटैल ने कहा कि जिले के मलेरिया संवेदनशील क्षेत्रों पर फोकस करके इस संबंध में तकनीक का इस्तेमाल किया जाये। उन्होंने जिले का लिंगानुपात मातृ मृत्य दर की स्थिति जानी। वर्ष 2022 तक टीबी मुक्त भारत की कल्पना को साकार करने के लिए आवश्यक है कि क्षयरोग से ग्रसित बच्चों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जाये। अधिकारी अपने प्रवास के दौरान टीबी रोग की पहचान एवं उसके उपचार के संबंध में लोगों को जानकारी दें।
स्व सहायता समूह की ताकत से बदलेगी जिले की तस्वीर -
राज्यपाल श्रीमति आनंदी बेन पटैल ने कहा कि जिले में संचालित स्व सहायता समूहों की महिलाओं में बेहतर क्षमता और उत्साह है जो जिले की तस्वीर बदलने में मील का पत्थर साबित होगा। जिले की महिलायें घर की चार दीवारी से बाहर निकलकर राष्ट्रीय स्तर तक न केवल कार्य कर रही हैं बल्कि मास्टरट्रेनर्स के रूप में आदर्श स्थापित कर रही हैं जो निश्चित रूप से जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने समूह की महिलाओं का आव्हान किया कि वे अपनी नियमित गतिविधियों के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी संचालित करें और शासन की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी घर-घर तक पहुँचाकर जिले को आदर्श बनायें। राज्यपाल श्रीमति आनंदी बेन पटैल ने स्व सहायता समूह की सदस्यों से समूह के गठन, कार्यप्रणाली एवं आर्थिक गतिविधियों के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। बैठक में कलेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र जटिया, पुलिस अधीक्षक आरआरएस परिहार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, रेडक्रॉस के सदस्य, स्वसहायता समूह की महिलायें एवं स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।