अक्षय पात्र ने 2021 तक पांच अरबवीं थाली परोसने का रखा लक्ष्य
वृंदावन
17 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में अक्षय पात्र फाउंडेशन की तीन अरबवीं थाली परोसे जाने के बाद अब इस संस्था ने “पांच अरबवीं” थाली परोसे जाने का लक्ष्य रखा है, जिसे 2021 तक हासिल करने की योजना है। इसके लिए इसका उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर विस्तार किया जाएगा। बेंगलुरु स्थित इस गैर सरकारी संगठन (अक्षय पात्र) ने कहा कि फाउंडेशन चाहता है कि वह दिल्ली, बिहार और पश्चिम बंगाल में स्कूली बच्चों तक भी अपनी पहुंच बढ़ाए, जहां वर्ष 2000 में अपनी स्थापना के बाद से उसने दस्तक नहीं दी है। फाउंडेशन के अध्यक्ष मधु पंडित दास ने कहा कि अक्षय पात्र दुनिया का सबसे बड़ा (गैरलाभकारी) मध्याहन भोजन कार्यक्रम है, जिसमें देश भर के 12 राज्यों के 42 स्थानों पर 14,702 स्कूलों में 17.6 लाख बच्चों को हर स्कूली दिवस पर संपूर्ण भोजन दिया जाता है।
दास ने पीटीआई-भाषा को बताया, “हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं कि हमारे इस कार्यक्रम के तहत तीन अरबवें बच्चे को वृंदावन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भोजन परोसा गया। हम इस सेवा के लिये प्रतिबद्ध हैं, और अब हमनें 2021 तक पांच अरबवीं थाली परोसने का लक्ष्य रखा है।” वृंदावन में हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान तीन अरबवीं थाली परोसे जाने के मौके पर मोदी ने देश से भूख मिटाने के लिये इस गैर सरकारी संगठन द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की और इस मुकाम को “एक उल्लेखनीय उपलब्धि” करार दिया। दास ने कहा, “शुरूआत में महज 1500 बच्चों से लेकर अब 17 लाख बच्चों को भोजन कराने तक, हम देश के आगे बढ़ने में योगदान के लिये प्रतिबद्ध हैं। हम अब अपना दायरा पूरे भारत में बढ़ाते हुए उन जगहों में प्रवेश की कोशिश कर रहे हैं जहां अभी हम नहीं पहुंचे थे।”
उन्होंने कहा कि 22 रसोईघर निर्माणाधीन हैं और अक्षय पात्र दिल्ली में भी अपनी सेवा शुरू करना चाहता है जहां दो रसोईघर पहले ही बनाए जा चुके हैं। एनजीओ के अध्यक्ष ने कहा,“दिल्ली में हम पिछले 10 बरसों से प्रवेश का प्रयास कर रहे हैं। हमनें वहां पहले ही दो रसोईघर बना लिये हैं और हमें अधिकारियों की मंजूरी का इंतजार है। केजरीवाल सरकार चाहती हैं हम वहां आएं लेकिन कुछ जटिलताएं हैं।” उन्होंने कहा, “हम मध्यप्रदेश और बिहार में काम शुरू करना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर अपनी सेवाओं का विस्तार करना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार रसोईघर बनाने में हमारी मदद कर रही है और धनराशि जारी कर दी गई है।”