इस मामले में बिहार अगले 20 साल में महाराष्ट्र को पछाड़ देगा
पटना
भारत की बढ़ती जनसंख्या को लेकर लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं और कई बार कानून बनाने की मांग भी होती है. जब ऐसा होता है तो इस मुद्दे पर सियासत तेज हो जाती है. अब बिहार की बढ़ती जनसंख्या की आई रिपोर्ट ने सरकार को परेशान कर दिया है.
केंद्र सरकार की तरफ से बजट से पहले आए आर्थिक सर्वे में यह बात साफ तौर पर रखी गयी है कि अगले 20 सालों में बिहार देश में दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या वाला राज्य हो जाएगा. वह महाराष्ट्र को पछाड़कर नंबर 2 पर पहुंच जाएगा.इस वक्त नंबर एक पर यूपी काबिज है.
आर्थिक सर्वे के मुताबिक़, 2021-41 में बिहार की आबादी में 24.7 फीसदी की दर से बढ़ोत्तरी होगी. इसी वजह से बिहार की आबादी 15 करोड़ के पार हो जाएगी. इस अवधि में झारखंड में 18.8 फीसदी की रफ्तार से आबादी बढ़ेगी और वह 4.46 करोड़ तक पहुंच जाएगी. रिपोर्ट के अनुसार 2021-41 के बीच देश में 12.1 फीसदी आबादी का इजाफा होगा. जबकि यूपी 17.3, राजस्थान में 17.8 मध्य प्रदेश में 15 फीसदी आबादी बढ़ेगी. कुल नौ राज्यों में आबादी राष्ट्रीय औसत से ज्यादा गति से बढेगी.
आर्थिक सर्वे के बाद बिहार सरकार में कृषि मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता प्रेम कुमार जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरुकता के साथ साथ क़ानून बनाने की मां कर रहे हैं.
दरअसल, बढ़ती जनसंख्या की वजह से रोजगार से लेकर विकास तक हर मुद्दे पर परेशानी का सामना करना पड़ता है. सरकारें जागरुकता की बात करती हैं, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकलता है. इसी वजह से अब सरकार चला रही जेडीयू के नेता भी जागरुकता के साथ साथ कानून बनाने की मांग कर रहे हैं.
जेडीयू सांसद दिनेश चंद्र यादव अशिक्षा के चलते जनसंख्या नियंत्रण में रुकावट की बात कर रहे हैं, लेकिन उनकी भी मांग है कि अब क़ानून बनाया जाये. जबकि जेडीयू सांसद और बीजेपी के मंत्रियों की बात इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि दोनों दल मिलकर सरकार चला रहे हैं. हालांकि जनसंख्या नियंत्रण पर होने वाली सियासत इस राह में सबसे बड़ा रोड़ा बन सकती है.