कालेधन पर सरकार की सबसे बड़ी कार्रवाई, दो अरबपतियों के 32 करोड़ रुपए हुए जब्त
नई दिल्ली
प्रवर्तन निदेशालय ने देश की सबसे प्रमुख आयुर्वेदिक कंपनी डाबर इंडिया और एम्मार एमजीएफ के दो निदेशकों की करोड़ों की सम्पत्ति जब्त कर ली है। दोनों पर विदेश में कालाधन छिपाने के आरोप हैं। इसमें नामी आयुर्वेदिक कंपनी डाबर इंडिया के डायरेक्टर प्रदीप बर्मन और एमजीएफ के एडीशनल एमडी श्रवण गुप्ता शामिल हैं। प्रदीप बर्मन की 20.8 करोड़ रुपए और श्रवण गुप्ता की 10.28 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज की गई है।
विदेशी बैंकों में छिपाया था कालाधन
दरअसल दोनों के विदेशी बैंकों में कालाधन छिपा होने की बात सामने आई है। प्रदीप बर्मन के बैंक अकाउंट में अनाधिकृत लेन देन का आरोप भी है। प्रदीप के ज्यूरिख के एचएसबीसी बैंक अकाउंट में 23.10 करोड़ रुपए जमा हैं जिसकी जानकारी उन्होंने आयकर विभाग को नहीं दी थी। इसलिए उनकी सम्पत्ति जब्त की गई है। वहीं श्रवण गुप्ता के स्विटजरलैंज के एचएसबीसी बैंक अकाउंट में 11 करोड़ रुपए होने की बात सामने आई है।
फेमा के तहत की गई कार्रवाई
केंद्रीय जांच एजेंसी ने बयान जारी कर कहा है कि उसने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत गुप्ता के खिलाफ ये कार्रवाई की है। ये मामले 628 भारतीयों की उस सूची से जुड़े हैं, जिनका एचएसबीसी की जिनेवा शाखा में खाता है। यह सूची भारत को 2007 में फ्रांस की सरकार से प्राप्त हुई थी। ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बर्मन की संपत्ति को इसलिए जब्त किया गया है, क्योंकि उन्होंने 23 करोड़ रुपए से अधिक धन ज्यूरिख स्थित एचएसबीसी की शाखा में जमा करने के बाद इसकी जानकारी आयकर विभाग को नहीं दी थी।