छत्तीसगढ़ को जल्द मिल सकता है नया पीसीसी चीफ, महिला या आदिवासी कार्ड खेल सकती है पार्टी

छत्तीसगढ़ को जल्द मिल सकता है नया पीसीसी चीफ, महिला या आदिवासी कार्ड खेल सकती है पार्टी

रायपुर 
छत्तीसगढ़ में 15 सालों तक विपक्ष की भूमिका निभाने के बाद कांग्रेस सत्तासीन हुई है. कांग्रेस के सत्तासीन होने पर पीसीसी चीफ भूपेश बघेल को सूबे का मुखिया बनाया गया. इसके तुरंत बाद से ही अगला पीसीसी चीफ कौन होगा इसकी तलाश शुरू हो गई थी. लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अब नए पीसीसी चीफ की तलाश तेज हो गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आला कमान नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए महिला या आदिवासी कार्ड खेल सकती है. मालूम हो कि दो दिनों के दिल्ली दौरे पर सीएम भूपेश बघेल शनिवार को दिल्ली रवाना हो गए हैं. कयास लगाया जा रहा है कि इस दौरान पार्टी आला कमान से नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सीएम बघेल चर्चा कर सकते हैं. हालांकि दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का समय मांगा है.

कांग्रेस आला कमान को पीसीसी चीफ चुनने में इसलिए भी परेशानी हो रही है क्योंकि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के भीतर जारी घमासान को साधना, आदिवासी बाहुल्य राज्य में आदिवासी को प्राथमिकता देना, सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल बैठाना, सभी को साथ लेकर चलना, आगामी नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में पार्टी का बेहतर प्रदर्शन करना, यह तमाम ऐसी चुनौतियां जिन पर पीसीसी चीफ को खरा उतरना है. यहीं वजह हैं कि पार्टी आला कमान पीसीसी चीफ चुनने में जल्दबाजी करने के बजाय सभी समीकरण पर गंभीरता से सोच-विचार कर रही है. इस पूरे मामले में कांग्रेस महामंत्री महेंद्र छाबड़ा का कहना है कि पार्टी आलाकमान ही प्रदेश अध्यक्ष का चयन करेगी. हमे भरोसा है कि बहुत जल्द इस मामले में भी कोई फैसला आ सकता है. वहीं भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि कांग्रेस में संगठन को इतना महत्व नहीं दिया जाता है. सीएम भूपेश बघेल अति आत्मविश्वास था कि उनके कार्यकाल में पार्टी लोकसभा में अच्छा प्रदर्शन करेगी. लेकिन अब हार के बाद पीसीसी अध्यक्ष की बात कांग्रेस कर रही है.