जनवरी तक पूर्वांचल व नवंबर 2021 तक बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पूरा करें, अधिकारियों को दिया निर्देश

लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने जनवरी 2021 तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा नवंबर 2012 तक बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का काम पूरा कर देने का निर्देश अधिकारियों को दिया है। निर्माण कार्यों में नवीनतम तकनीकी का प्रयोग करने तथा माहवार लक्ष्य तय कर काम पूरा करने को कहा है। मुख्य सचिव ने मंगलवार को प्रोजेक्ट मीटरिंग ग्रुप की बैठक की। मुख्य सचिव ने यूपीडा द्वारा बनाए जा रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे तथा डिफेंस कारीडोर के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी परियोजनाओं को तय समय में पूरा किया जाए। परियोजनाओं का नवंबर 2020 से नवंबर 2021 तक के लिए माहवार लक्ष्य व प्रगति की समय-सारणी बनाकर काम की जाए
ऐसी फेंसिंग होगी जिससे जानवर सड़क पर नहीं आएंगे
मुख्य सचिव ने कहा कि सभी एक्सप्रेस-वे की इस प्रकार से फेन्सिंग की जाए कि जानवर सड़क पर ना आने पाएं। गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे को मार्च 2022 तक पूरा करने को कहा। डिफेन्स कारीडोर के निर्माण के लिए जिन जिलों से अभी तक लैंड के प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुए हैं, उनकी अलग से समीक्षा करने के निर्देश दिए।
लक्ष्य से तेज है बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य
यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बैठक में बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण तेजी से चल रहा है तथा मेन कैरियेज-वे जनवरी 2021 तक चालू हो जाएगा। 22 फ्लाईओवर्स का निर्माण प्रगति पर है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों का नियमित निरीक्षण एवं क्वालिटी कंट्रोल चेक किया जा रहा है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की प्रगति करीब 24 प्रतिशत है, लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति अधिक है। 13 पुल बनाने हैं, जिनमें 12 का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे में घाघरा सेतु का निर्माण प्रारंभ हो गया है। 91 किमी. लम्बाई की सड़क के मुख्य मार्ग को मार्च,2022 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है।