जान की बाजी लगाकर डैम में डूबते बच्चे को बचाया, मिला राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार

रायपुर
छत्तीसगढ़ में वीरता पुरस्कारों का ऐलान हो गया है, जिसमें प्रदेश से चार बच्चों का चयन राज्य वीरता पुरस्कार के लिए और तीन बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. सोमवार को राज्य बाल कल्याण परिषद की बैठक में बच्चों के नामों का ऐलान किया गया है, जिसमें धमतरी जिले के खल्लारी से सोमनाथ वैष्णव और पुनव यादव, रायगढ़ के रानीडिह से प्रशांत बारिक और सरगुजा के मोहनपुर से कुमारी कांति का नाम राज्य पुरस्कार के लिए चयनीत किया गया है.
छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले बच्चों में झगेन्द्र साहू और रितिक साहू का नाम शामिल है. दोनों ने रायपुर के भाठागांव एनिकेट से डूबते हुए बच्चों को बचाया था. इस साहस के लिए दोनों को पहले राज्य वीरता पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. बता दें कि 29 जुलाई 2017 को शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, रायपुर के छात्र भटगांव एनीकट पिकनिक पर गए थे. इसी दौरान इनका एक साथी आकाश एनीकट में डूबने लगा. इसी दौरान रितिक और झगेन्द्र ने अपनी जान की बाजी लगाकर उसे बचा लिया.
इसी तरह धमतरी के भुरसीडोंगरी से श्रीकांत गंजीर को भी राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. श्रीकांत ने 23 दिसंबर 2017 में आशीष नेताम को तालाब में डूबने से बचाया था. इसके लिए ही पहले श्रीकांत को राज्य वीरता पुरस्कार से नवाजा गया था. अब इनका चयन राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए किया गया है.