ट्रांसपोर्ट की हड़ताल अब भी जारी, सब्जी के दाम पर पड़ रहा असर
नई दिल्ली
20 जुलाई से देश भर में ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल चल रही है ऐसे में हज़ारों ट्रक जहां के तहां खड़े हैं. राजधानी दिल्ली के सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट नगर संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में हज़ारों ट्रांसपोर्टर्स प्रदर्शन भी कर रहे हैं. मंगलवार को ट्रांसपोर्टर्स ने अपने ट्रक आड़े तिरछे लगाकर सड़क भी जाम कर दी.
ट्रांसपोटर्स ने चेतावनी दी कि पहले से ही सब्ज़ियों के ट्रक को रोक दिया गया है ऐसे में सरकार ने अगर मांगें नहीं मानी तो आने वाले 2-3 दिनों में सब्ज़ियों की सप्लाई पूरी तरह से ठप कर देंगे. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के पदाधिकारी अजय मैनी कहते हैं कि अगले दिनों में दिल्ली वालों को सब्जियों की किल्लत होने लगेगी और तब उसके बाद सरकार जागेगी.
वहीं स्ट्राइक का असर अब ज़मीन पर भी नज़र आने लगा है. दिल्ली की सबसे बड़ी होलसेल सब्ज़ी मंडी आज़ादपुर सब्ज़ी मंडी में आम दिनों के मुक़ाबले ट्रकों की संख्या में कमी देखी गई है. जानकारों के मुताबिक़ पहले जहां रोज़ाना 15 सौ तक औसतन ट्रक आते थे तो वहीं मंगलवार को ट्रकों की संख्या 1000 ट्रक तक सीमित हो गई है.
दिल्ली की सबसे बड़ी होलसेल सब्ज़ी मंडी आज़ादपुर सब्ज़ी मंडी में आम दिनों के मुक़ाबले आने वाले औसतन ट्रक की संख्या 30 तक कम नज़र आईं. आढ़ती गुरविंदर छाबड़ा के मुताबिक, थोड़ा बहुत फर्क जरूर पड़ा है, पर अभी भी सब्ज़ी मंडी में सप्लाई इतनी है कि शॉर्टेज नहीं हो रही है.
दरअसल, सबसे ज़्यादा दरअसल सबसे ज़्यादा असर टमाटर पर पड़ा है. कुछ दिन पहले पहले टमाटरों की क़ीमतें इतनी कम हो गई थी कि किसानों ने फेंकना शुरू कर दिया था लेकिन अब टमाटर के भाव होल सेल में पंद्रह से बीस रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है जोकि आम जनता को 30 रूपए तक मिल रहा है.
वहीं फूल गोभी, पत्ता गोभी 30 रूपए तक होलसेल में पहुच गई है वही शिमला मिर्च 50, मटर का दाम 60 रूपए तक पहुंच गया है. ज्यादातर सब्ज़ियों में भी 30-40 प्रतिशत तक तेज़ी देखी गई है. यही वजह है कि आम दिनों के मुक़ाबले मंगलवार को आज़ादपुर होलसेल मंडी में ट्रकों की संख्या बेहद कम नज़र आई.