दो नए कृषि महाविद्यालय का हुआ शुभारंभ

दो नए कृषि महाविद्यालय का हुआ शुभारंभ

रायपुर
ग्राम मर्रा में आज कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र का शुभारंभ हो रहा है। यह पाटन की जनता को समर्पित है। यह क्षेत्र में कृषि के विकास के लिए अहम भूमिका निभाएगा। यह बात कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने आज दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड के ग्राम मर्रा में महाविद्यालय एवं कृषि मेले के शुभारंभ के अवसर पर कही। इस अवसर पर कार्यक्रम में वन मंत्री मोहम्मद अकबर, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा सहित अनेक जन प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।

श्री चौबे ने शुभारंभ समारोह में कहा कि खेती की तरक्की कैसे होगी जब हम आधुनिक पद्धति से खेती करेंगे। इसलिए ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप यह महाविद्यालय शुरू किया गया है। बजट में मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रावधान रखा और अपर मुख्य सचिव केडीपी राव एवं कृषि विवि के कुलपति डॉ एस के पाटिल ने इस पर तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित कराई और आज महाविद्यालय का स्वप्न मूर्त रूप ले चुका है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए जमीन उपलब्ध करा दी है। भविष्य में महाविद्यालय का तेजी से विस्तार होगा। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि आज मर्रा में कृषि महाविद्यालय आरम्भ हो रहा है। यह मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री ने बड़ा तोहफा क्षेत्र की जनता को दिया है। पदभार संभालते ही केवल 2 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री ने 14 हजार करोड़ रुपये की कर्जमाफी कर दी।

महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा ने भी उपस्थिजनों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्णयों से राज्य में कृषि विकास का मार्ग तेजी से प्रशस्त हो रहा है। वे न केवल किसान को उपज के अच्छे मूल्य दिलाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं अपितु कृषि महाविद्यालयों की स्थापना से रिसर्च वर्क को भी बढ़ावा दे रहे हैं। अंचल में आधुनिक खेती की दिशा में यह कदम मील का पत्थर साबित होंगे।

कृषि विवि के कुलपति डॉ. एस.के. पाटिल ने मर्रा स्थित महाविद्यालय की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह प्रदेश का 24 वां महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र है। यहां इस बैच में 24 विद्यार्थियों के पढऩे की सुविधा है। उन्होंने कहा कि कृषि की बेहतरीन पढ़ाई के साथ ही यह केंद्र रिसर्च के लिए भी बेहतरीन केंद्र होगा। इस मौके पर अतिथियों ने हितग्राहियों को जाति प्रमाण पत्र का वितरण, वर्मी बेड, बैटरी स्प्रेयर, आइस बॉक्स, मूंग बीज एवं विभिन्न सामग्री हितग्राहियों को प्रदान की। इस मौके पर डॉ ओमप्रकाश परगनिहा की किताब का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में जिले के प्रमुख जनप्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में किसान भी मौजूद थे।