प्राइवेट कालेज मूल दस्तावेज रख नहीं वसूली पाएंगे ज्यादा फीस
भोपाल
प्रदेश को निजी कालेज और विवि अब प्रवेशित विद्यार्थियों के मूल दस्तावेज नहीं ले पाएगा। एमएचआरडी मंत्री प्रकाश जावडेकर के निर्देश देने के बाद यूजीसी ने विद्यार्थियों के मूल दस्तावेजों को रखने पर रोक लगाई है। इसके विहाप पर बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भी आदेश जारी कर रहा है।
राजधानी के एक्सटाल कालेज में विद्यार्थियों के मूल दस्तावेज जमा कर प्रवेश कराए गए हैं। इसकी शिकायत बीयू रजिस्ट्रार उदय नारायण शुक्ला से की गई। एमएचआडी मंत्री जावडेकर ने विद्यार्थियों की मार्कशीट, जाति और निवास प्रमाण पत्र के रखने पर रोक लगा रखी दी, जिसके तहत यूजीसी ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। इसके तारतम्य में बीयू भी आदेश जारी करने वाला है। इसके पीछे एक्सटाल कालेज द्वारा विद्यार्थियों के मूल दस्तावेज रखना बताया जा रहा है। रजिस्ट्रार शुक्ला का कहना है कि कालेज में मूल दस्तावेज रखने की शिकायत आई थी, जिसके तहत आदेश जारी किया जाएगा। मूल दस्तावेजों के आधार कालेज विद्यार्थियों से मनमर्जी की फीस वसूल करते हैं। एक बार दाखिला होने के बाद विद्यार्थी दूसरे कालेज में प्रवेश नहीं ले पाता है।
उच्च शिक्षा विभाग आनलाइन प्रवेश कराते समय विद्यार्थियों के मूल दस्तावेजों को दिखकार सत्यापन करा देते हैं। सीएलसी में कालेज विद्यार्थियों के दस्तावेज रखाकर सत्यापित कराने की बात करते हैं। विभाग से सत्यापित होने के बाद वे विद्यार्थियों के दस्तावेज वापस नहीं करते हैं। वे उन्हें मानिष्क रूप से परेशान करते हैं। वहीं प्रवेश निरस्त कराने पर वे उनसे डिग्री की पूरी फीस वसूल करने के दवाब तक बनाते हैं।