भोपाल, इंदौर, ग्वायिलर और जबलपुर के बाद अब छिंदवाड़ा सेंट्रल हब  बनेगा 

भोपाल, इंदौर, ग्वायिलर और जबलपुर के बाद अब छिंदवाड़ा सेंट्रल हब  बनेगा 

भोपाल
मध्यप्रदेश में भोपाल, इंदौर, ग्वायिलर और जबलपुर के बाद अब छिंदवाड़ा एक सेंट्रल हब में तब्दील हो रहा है। कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद अब कई नई सुविधाएं छिंदवाड़ा में शुरु होंने जा रही है। मेडिकल कॉलेज से लेकर कृषि और उद्यानिकी कॉलेज तथा नई केन्द्रीय जेल भी यहां खुलने जा रही है।

छिंदवाड़ा में चक्कर रोड पर जहां पुराना टीवी सेनीटोरियम है वहां नया मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहा है। मेडिकल कॉलेज में भवन लगभग बनकर तैयार है। यहां लगने वाले अत्याधुनिक उपकरण भी लगभग आ चुके है।मेडिकल काउंसिल आॅफ इंडिया का यहां दौरा शुरु होंने के बाद उसकी अनुमति मिलते ही इसी साल से यहां नया मेडिकल कॉलेज शुरु होंने की संभावना है।

कृषि और उद्यानिकी कॉलेज खुलेंगे-छिंदवाड़ा में 13 करोड़ की लागत से उद्यानिकी कॉलेज बनने जा रहा है। इसके लिए मुखेड़ में जमीन देखी जा रही है। कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा को इसके लिए जमीन ढूंढकर आबंटित करने को कहा गया है।  इसी तरह छिंदवाड़ा में नया कृषि महाविद्यालय भी शुरु किया जाएगा। इसके लिए उद्यानिकी कॉलेज के बाजू में मुखेड़ में या परासिया के उमरेठ में जगह देखी जा रही है। 

जमीन चिन्हित होती ही यहां बजट में राशि आबंटित कराने के बाद इन दोनो कॉलेजों को शुरु करने की कवायद होगी। अगले वित्तीय वर्ष में ये दोनो कॉलेज भी शुरु किए जाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद इसमें रुचि लेकर इन कामों को जल्द से जल्द करवाना चाहते है।

प्रदेश में अभी 11 केन्द्रीय जेल है।  अब प्रदेश का बारहवा केन्द्रीय जेल छिंदवाड़ा में खुलने जा रहा है। छिंदवाड़ा से 11 किलोमीटर दूर सारना के पास बड़गांव में सौ एकड़ जमीन पर यह केन्द्रीय जेल बनाया जाना प्रस्तावित है। कलेक्टर को केन्द्रीय जेल के लिए जल्द से जल्द जमीन फाइनल कर आबंटित करने को कहा गया है। 

इस प्रदेश की सबसे अत्याधुनिक जेल होगी। यहां कैदियों को आपराधिक वृत्ति से दूर कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए तरह-तरह के छोटे-छोटे उद्योगों में काम करना सिखाया जाएगा ताकि वे यहां से अपनी सजा पूरी कर जब बाहर निकले तो फिर से अपराधों की दुनिया में ना जाए।यहां उनका आध्यात्मिक कायाकल्प करने की व्यवस्था भी की जाएगी।