महिला ने बच्चों संग नदी में छलांग लगाने का प्रयास, पुलिस ने बचाया

श्रावस्ती
श्रावस्ती जिले में महिला ने तीन बच्चों संग राप्ती नदी में छलांग लगाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीणों और डायल 100 पुलिस ने मौके पर पहुंच कर चारों को बचा लिया। थानाध्यक्ष मल्हीपुर ने अपने पास से महिला को आर्थिक सहायता देकर राशन उपलब्ध कराया और पुलिस जीप से घर भेज दिया।
मल्हीपुर थाने के ग्राम लक्ष्मनपुर कोठी निवासी नूरजहां पत्नी सिराज उम्र करीब 30 वर्ष मंगलवार को अपने तीन बच्चों रेशमा 6 वर्ष, इमरान 5 वर्ष और साकरुन आयु 2 वर्ष के साथ राप्ती बैराज पर बैठी रो रही थी। महिला को रोते देख कर ग्रामीण जुट गए और रोने का कारण पूछने लगे। इस पर महिला ने बताया कि तीन दिन से घर में राशन नहीं है। इसलिए चूल्हा नहीं जला है। बच्चे भूखे हैं। दो दिनों तक पड़ोसियों से खाना मांग कर बच्चों को खिलाया है। पति विकलांग है और मजदूरी भी नहीं कर पा रहा है। इससे भूखे मरने से अच्छा है कि राप्ती में बच्चों संग कूद कर जान दे देगी। महिला की आपबीती सुन कर एक ग्रामीण ने डायल 100 पुलिस को सूचना दी और पुलिस के आने तक महिला को राप्ती में कूदने से रोके रखा।
डायल 100 पीआरवी 2507 के एसआई ओम प्रकाश व सिपाही राहुल ने प्रयास करके महिला को समझा बुझा कर मल्हीपुर थाने पहुंचाया। जहां थानाध्यक्ष देवेन्द्र पाण्डेय ने महिला की आपबीती सुनी और अपने पास से 2000 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देकर राशन खरीदने को कहा।
इसके बाद एसडीएम जमुनहा को मामले की जानकारी देकर पीड़िता को कोटे का राशन दिलाने की मांग की। महिला ने थानाध्यक्ष को बताया कि उसके पास खेत नहीं है। पति दिव्यांग है और मजदूरी करने भी नहीं जाता है। उसे किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं मिल रही है। इसलिए भूखे पेट मरने से अच्छा है कि बच्चों संग राप्ती में कूद कर जान गवां दे।
थानाध्यक्ष श्री पाण्डेय ने समझा बुझा कर महिला को पुलिस जीप से उसके घर भिजवाया। इसके अलावा किसी भी प्रकार की समस्या होने पर बताने के लिए कहा। श्री पाण्डेय ने बताया कि एसडीएम ने राशन कार्ड दिलाने का आश्वासन दिया है।