महिला पत्रकार ने कोर्ट में किया MJ का बचाव

महिला पत्रकार ने कोर्ट में किया MJ का बचाव

नई दिल्ली 
यौन उत्पीड़न के आरोपों में विदेश राज्य मंत्री का पद गंवाने वाले पूर्व पत्रकार एम.जे अकबर का उनकी एक पूर्वसहकर्मी ने बचाव किया है। अकबर के साथ काम कर चुकीं पत्रकार जोयिता बसु ने #MeToo कैंपेन के तहत आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार प्रिया रमानी पर सवाल उठाया है। अकबर की ओर से दायर मानहानि के मुकदमे की सुनवाई के दौरान जोयिया ने बतौर गवाह पेश होते हुए कहा कि रमानी ने अकबर की छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने के मकसद से ऐसा किया है। 

बसु ने कहा कि इन आरोपों के चलते अकबर की छवि 'बर्बाद' हुई है और उन्हें 'अपूर्णीय क्षति' पहुंची है। अडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल की अदालत में पेश हुईं संडे गार्जियन की एडिटर जोयिता बसु ने कहा कि रमानी ने #MeToo कैंपेन के तहत जो भी ट्वीट किए थे, वे जानबूझकर किए गए थे। बसु ने कहा कि रमानी ने अकबर की रेपुटेशन और साख को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर इस तरह के ट्वीट किए थे। 

बसु ने अदालत में बताया, '10 अक्टूबर, 2018 और 13 अक्टूबर, 2018 को रमानी की ओर से किए गए ट्वीट्स को मैंने देखा है। मुझे अकबर पर कोई संदेह नहीं है, लेकिन मैं जानती हूं कि लोगों की ओर से तमाम सवाल उठाए गए हैं। मुझे यह भी पता है कि इन आरोपों के चलते उनकी रेपुटेशन बर्बाद हो गई है और इसकी भरपाई नहीं की जा सकती।' 

बसु ने बतौर गवाह अदालत में अकबर का बचाव करते हुए कहा, 'रमानी की ओर से किए गए ट्वीट्स को पढ़ने के बाद मुझे यह भरोसा हो गया था कि अकबर को समाज की नजरों में गिराने के मकसद से ऐसा किया गया है।' बसु ने कहा कि उन्होंने अकबर के साथ 20 सालों तक काम किया है और कभी भी ऐसा वाकया सामने नहीं आया और न ही सुना कि उन्होंने ऐसा कुछ किया हो। वह हमेशा एक पब्लिक फिगर रहे और सम्मानित व्यक्ति रहे हैं।