ये चीजें डायबीटीज के खतरे को करती हैं कम

ये चीजें डायबीटीज के खतरे को करती हैं कम


डायबीटीज को साइलेंट किलर माना जाता है। पूरी दुनिया में साल दर साल इस मेटाबॉलिक बीमारी के मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है जो बहुत जल्द खतरनाक स्तर पर पहुंच सकता है। वजन अधिक होना, हर वक्त बैठे रहने की लाइफस्टाइल और एक्सर्साइज न करने से भी डायबीटीज होने की आशंका बढ़ जाती है। इसके अलावा हाई कैलरी फूड, ज्यादा मीठा और ज्यादा फैट वाले खाने से भी डायबीटीज हो सकता है। हम आपको बता रहे हैं उन चीजों के बारे में जिन्हें खाने या पीने से डायबीटीज के खतरे से बचा जा सकता है...

कई गुणों वाली है हल्दी
कई सारे अध्ययन यह दावा करते हैं कि हल्दी में मौजूद कंपाउंड करक्यूमिन डायबीटीज के खतरे को कम करता है। इसके अलावा हल्दी खाने के और भी कई लॉन्ग टर्म फायदे होते हैं जो हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद है।

फैट कम करती है स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी जितनी खूबसूरत दिखती है, खाने में भी उतनी ही स्वादिष्ट होती है। वैज्ञानिकों की माने तो स्ट्रॉबेरी खाने से शरीर में कलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है और शरीर से एक्सट्रा फैट भी गायब होता है। चूंकि इन दोनों वजहों से डायबीटीज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है इसलिए स्ट्रॉबेरी आपके लिए फायदेमंद है। खून में ग्लूकोज का स्तर बैलेंस करने में स्ट्रॉबेरी काफी फायदेमंद है।

चीज और दही
यहां हम लो फैट चीज और दही की बात कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स ऐसा मानते हैं कि इन फरमेंटेड डेयरी प्रॉडक्ट्स में पाए जाने वाले हेल्दी बैक्टिरिया डायबीटीज के खतरे को कम करते हैं।

रेड वाइन
रेड वाइन में पाए जाने वाले कंपाउंड रिजवेराटोल इंसुलिन को कंट्रोल करते हुए ब्लड शुगर के फक्ंशन को इम्प्रूव करता है। इसलिए एक सीमित मात्रा में आप रेड वाइन पी सकते हैं।

ग्लूकोज कम करती है दालचीनी
दालचीनी सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद है। यह ब्लड में ग्लूकोज के स्तर को कम करती है। इसके अलावा यह शरीर में ट्राइग्लिसराइड और कलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और इंसुलिन की सेंसटिविटी को इम्प्रूव करता है।

शुगर कंट्रोल करता है सेब
सेब में ऐन्थोसाइनिन कंपाउंड काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है। ये ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है।

पालक से डायबीटीज का खतरा कम
पालक में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि इसे काफी सेहतमंद बनाता है। एक ब्रिटिश अध्ययन के अनुसार हर रोज पालक के सेवन से डायबीटीज का खतरा 14 फीसदी कम हो जाता है।