लोकसभा चुनाव 2019: फेसबुक, ट्विटर, टिक टॉक जैसी कंपनियां तैयार करेंगी 

लोकसभा चुनाव 2019: फेसबुक, ट्विटर, टिक टॉक जैसी कंपनियां तैयार करेंगी 

भारतीय चुनाव आयोग ने मंगलवार को फेसबुक, ट्विटर और टिक टॉक जैसी सोशल मीडिया कंपनियों को लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। आयोग ने भारत में अपनी सेवाएं दे रहीं सोशल मीडिया कंपनियों को कहा है कि चुनाव को लेकर वे एक अलग से सख्त कानून बनाएं और इस बात को लेकर आश्वस्त करें कि चुनाव में उनके प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल नहीं होगा। वहीं इन सोशल मीडिया कंपनियों ने भी कहा है कि वे चुनाव के लिए आचार संहिता के लिए तैयार हैं और बुधवार तक सरकार को अपनी आचार संहिता से अवगत कराएंगे।

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में सोशल मीडिया पर आचार संहिता को लेकर इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया और चुनाव आयोग के प्रतिनिधियों के बीच एक बैठक हुई थी जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। इस बैठक में फेसबुक, व्हाट्सऐप, गूगल, ट्विटर, शेयरचैट, टिक टॉक और बिगोटीवी के प्रतिनिधि शामिल थे। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि बुधवार को भी चुनाव आयोग और सोशल मीडिया कंपनियों के बीच एक बैठक होगी।

मंगलवार को हुई इस बैठक में सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल को लेकर चर्चा हुई और साथ ही यह भी तय हुआ कि सोशल मीडिया पर राजनीतिक विज्ञापन के चलाने के लिए पहले सर्टिफिकेट लेना होगा, ताकि फर्जी खबरों पर लगाम लगाई जा सके और पारदर्शिता बनी रहे। वहीं मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुनील अरोड़ा ने कहा कि आदर्श आचार संहिता राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग के बीच आम सहमति से तैयार किया गया एक अनूठा दस्तावेज है और इसका पालन करना सभी राजनीतिक पार्टियों का दायित्व है।

गौरतलब है कि इसी साल जनवरी में इंटरनेट प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल अपने प्लेटफॉर्म पर भारत से संबंधित राजनीतिक विज्ञापनों से जुड़ी सूचनाएं आगामी मार्च से सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करने की घोषणा की थी। इसमें चुनावी विज्ञापन खरीदने वाले व्यक्ति और संबंधित विज्ञापन की जानकारी होगी। गूगल ने अप्रैल में शुरू हो रहे लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर राजनीतिक विज्ञापनों के मामले में पारदर्शिता बढ़ाने के लिये यह कदम उठाया है।