सुकमा पुलिस ने किया 10 नक्सलियों के सरेंडर का दावा

सुकमा पुलिस ने किया 10 नक्सलियों के सरेंडर का दावा

सुकमा
छत्तीसगढ़ में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सुरक्षा बल भी मुस्तैद हो गए है. सुकमा पुलिस ने दस नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने का दावा किया है. CRPF 217 वीं बटालियन और कोण्टा थाना प्रभारी के समक्ष नक्सलियों के समर्ण की बात पुलिस कह रही है. सभी नक्सलियों पर पुलिस ने संगीन वारदातों में शामिल होने का आरोप लगाया है.

मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को सुरक्षा बलों ने सुकमा में हुए मुठभेड़ में चार नक्सली मार गिराए थे. वहीं अब बुधवार को कोंटा थाने में दस नक्सलियों के आत्मसमर्पण की बात पुलिस कह रही है. पुलिस के मुताबिक ये सभी नक्सली कोंटा थाना क्षेत्र के बालेंगतोंग के है. सभी नक्सलियों पर बस में आगजनी और बम लगाने से जैसे कई मामलों में शामिल होने का आरोप पुलिस ने लगाया है थे. बताया जा रहा है कि कोंटा थाने में बालेंगतोंग गांव से करीब दस नक्सली आत्मसमर्पण करने के लिए पुलिस और सीआरपीएफ 217 वीं बटालियन के समक्ष पहुंचे.

कोंटा थाना प्रभारी शरद सिंह और सीआरपीएफ कमांडेंट आनंद कुमार के समक्ष सभी नक्सलियों ने मुख्यधारा से जुड़ने के लिए सरेंडर किया. ये सभी नक्सली संगठन के कई बड़े पदों पर कार्यरत थे. नक्सलियों पर समेला में बस और गाड़ी में आगजनी व बम लगाने से जैसे कई गंभीर मामलों में शामिल होने का आरोप है.

कोंटा थाना प्रभारी शरद सिंह का कहना है कि लगातार नक्सल इलाकों में जवानों का दबाव बड़ा रहा है. इन इलाकों में शासन की योजनाएं भी पहुंच रही है. इसके कारण तेजी से लोग नक्सल संगठन को छोड़ मुख्यधारा से जुड़ रहे है. दस नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने से बालेंगतोंग गांव नक्सल मुक्त हो गया है.