सूझबूझ से बैंक लुटने से बचाया था, असिस्‍टेंट ब्रांच मैनेजर की बैंक लुटेरों की गोली से मौत

सूझबूझ से बैंक लुटने से बचाया था, असिस्‍टेंट ब्रांच मैनेजर की बैंक लुटेरों की गोली से मौत

नासिक 
महाराष्‍ट्र के जलगांव जिले के निंबोल गांव में स्थित विजया बैंक में मंगलवार को दो हथियारबंद लुटेरों ने गोली मारकर असिस्‍टेंट मैनेजर की हत्‍या कर दी। हालांकि, जान देकर भी बैंक मैनेजर ने बैंक को लुटने से बचा लिया और हथियारबंद बदमाशों के मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया। लगभग चार दिन पहले पहले इसी तरह नासिक में मुथूट फाइनेंस कंपनी के दफ्तर में भी लुटेरों ने गोली मारकर एक आईटी इंजिनियर की हत्‍या कर दी थी।  
पुलिस के मु‍ताबिक, करनसिंह नेगी (31) ने अर्लाम बजाकर लुटेरों की योजना पर पानी फेर दिया, लेकिन उन्‍होंने जाते-जाते नेगी पर गोली चला दी। गोली नेगी के दाएं कंधे में लगी थी। अधिक खून बह जाने की वजह से अस्‍पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। 

'नेगी फौरन झुके और अलार्म बजा दिया' 
पुलिस का कहना है कि बैंक लुटेरे काले हेल्मेट पहनकर बाइक से आए थे। दोपहर 2:20 बजे के आसपास वे बैंक में दाखिल हुए और रिवॉल्‍वर लहराने लगे। इनमें से एक ने कर्मचारियों को डराने के लिए दीवार पर फायर किया। बैंक में उस समय दो महिलाओं समेत पांच कर्मचारी थे। 

जलगांव के एसपी पंजाबराव उगले ने हमारे सहयोगी को बताया कि एक लुटेरे ने नेगी को अपने कब्‍जे में लेने की कोशिश की। उन्‍होंने कहा, 'लेकिन नेगी फौरन झुके और उन्‍होंने अलार्म बजा दिया, इससे लुटेरे चौंक गए। वे फौरन दरवाजे की तरफ भागे। जब नेगी उठकर खड़े हुए उसी समय एक लुटेरे ने उन पर गोली चला दी। गोली नेगी के दाएं कंधे में लगी और वह गिर गए।' 

लुटेरों की तलाश में जुटी पुलिस
नेगी हिमाचल प्रदेश के रहने वाले थे और निंबोल गांव में किराए पर रहते थे। बैंक अधिकारियों का कहना है कि घटना के समय बैंक मैनेजर एक मीटिंग के लिए बाहर गए हुए थे। 

विजया बैंक की यह शाखा मध्‍य प्रदेश सीमा से लगभग 17 किलोमीटर दूर है। उगले का कहना है कि लुटेरों में एक मराठी बोल रहा था और दूसरा हिंदी। पुलिस अभी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लुटेरे किस दिशा में भाग निकले। 

14 जून को भी हुई थी लूट की कोशिश
इसी तरह 14 जून को छह हथियारबंद लुटेरों ने नासिक स्थित मुथूट फाइनेंस के ऑफिस में संजू सैमुअल को गोली मार दी थी। संजू ने भी अलार्म बजा दिया, इससे डर कर लुटेरे बिना कुछ लिए भाग गए थे।