सेना से रिटायर होकर पहुंचे, तो बच्चों ने फौजी के ड्रेस में किया स्वागत
कांकेर/दुधावा
सेना से रिटायर्ड होकर गृहग्राम मुसुरपुट्टा पहुंचे जवान का ग्रामीणों ने अद्भुत स्वागत किया। जवान के रिटायर्ड होकर गांव आने की खबर मिलते ही स्कूली बच्चे फौजियों की वेशभूषा में बैंडबाजा लेकर स्वागत करने पहुंच गए। इन बच्चों के साथ बड़ी संख्या में गांव के युवा, बुजुर्ग और महिलाएं भी थे। गांव की सरहद पर पहुंचते ही बच्चों ने देशभक्ति पूर्ण गीतों के साथ बैंडबाजा बजाते हुए आत्मीय स्वागत किया। ग्राम प्रमुखों, बुजुर्गों और महिलाओं ने जवान को तिलक लगाकर आशीर्वाद दिया।
जिसके बाद नन्हें बच्चों ने गांव की गलियों में जब शोभायात्रा निकाली तो जवान की आंखों में आंसू आ गये। भीखम ने कहा कि जो प्रेम आप लोगों से मिला उसके लिए मैं आभारी हूं। अब मैं अपनी मातृभूमि की सेवा करूंगा। स्वागत करने वालों में देवकरण भास्कर, धनराज भास्कर, लखन साहू, रोमलाल साहू, गुरू दयाल चक्रधारी, दिलीप नाग, सुकमोतिन शोरी, यशवनी यादव, सुनीता सोम, बन्नू राम साहू, मुनी राम साहू, प्रदीप सार्वा, देवनाथ कुंजाम, लतेल यादव, विजय चनाप समेत बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं, स्कूली बच्चे शामिल थे।
नरहरपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत मुसुरपुट्टा निवासी अशोक साहू और मां टिकेश्वरी की भीखम एकलौता संतान है। उन्होंने अपनी सेवा के दौरान भारतीय थल सेना में लेह, लद्दाख, कारगिल, भूटान बार्डर और हासिमरा पश्चिम बंगाल जैसी अतिसंवेदनशील जगहों पर अपनी सेवाएं दी। रिटायर्ड होने से तीन साल पहले सागर और ग्वालियर में ट्रेनर के रूप में पदस्थ थे।