विदेशों में भी छाए भारतीय लड़के, शादी के लिए माने जाते हैं बेस्ट
ये खबर भारतीय लड़कों के लिए है, उन्हें शादी के लिए बेस्ट माना जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह है भारतीय संस्कृति और सभ्यता। भले ही नौकरी और बदलते लाइफस्टाइल के कारण लड़कों की मानसिकता बदली है लेकिन आज भी एक बड़ी तादाद ऐसे लड़कों की मौजूद है जो अपने परिवार, परंपराओं और अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं।भारतीय लड़कों की खूबियों की बात एक अध्ययन के माध्यम से सामने आयी है। इस लेख में जानते हैं कि ऐसे कौन से कारण हैं जिनकी वजह से विदेशी लड़कियां भी जीवनसाथी के रूप में भारतीय लड़कों को पसंद कर रही हैं।
परंपराओं और रीति-रिवाजों से जुड़ाव
चाहे किसी भी तरह की स्थिति हो, ज्यादातर भारतीय पुरुष अपने परिवार और अपनी जमीन के पास देर-सबेर लौट ही आते हैं। उनके अंदर अपने परिवार, रीति रिवाज, त्योहार को लेकर लगाव बना रहता है। भारत के कई परिवार ऐसे हैं जो संयुक्त परिवार के ढांचे को मजबूती दे रहे हैं। इस तरह के परिवार के बच्चों को भी अपने घर की परंपराओं और संस्कार के बारे में पता चलता रहता है।
बच्चों की अच्छी परवरिश में देते हैं योगदान
आर्थिक स्थिति अच्छी ना रहने की वजह से पहले बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दे पाना मुशिकल होता था। मगर बीते कुछ वर्षों में लोगों की मानसिकता में भारी बदलाव आया है। अपने बच्चे को अच्छी परवरिश देने के मामले में भारतीय पुरुष जागरूक हुए हैं। अब वो बच्चों की शिक्षा के लिए पैसा खर्च कर रहे हैं। वो अपनी निजी जरूरतों के बजाय बच्चों की अच्छे पालन पोषण को प्राथमिकता देते हैं।
परिवार से भावनात्मक लगाव
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि पश्चिमी देशों के लड़कों की तुलना में भारतीय लड़कों का अपने परिवार के साथ लगाव ज्यादा होता है। ये भावनात्मक रूप से अपने परिवार के करीब होते हैं। शादी को सफल बनाने के लिए भावनात्मक लगाव का होना आवश्यक है। जिन दंपत्तियों के बीच में इमोशनल कनेक्शन अच्छा होता है, वहां उनके बच्चों की परवरिश के लिए अच्छा माहौल मिलता है।
अपनी जिम्मेदारियों को स्वीकार करना
भारतीय संस्कृति में लड़का और लड़की दोनों को ही उनकी जिम्मेदारियों से वाकिफ रखा जाता है। पश्चिमी देश के लड़कों की तुलना में भारतीय लड़कों को भले ही देर से अपनी जिम्मेदारियों का एहसास हो लेकिन वो उससे कभी दूर नहीं भागते हैं। वो एक बार अपने कंधे पर कोई जिम्मेदारी लेने के बाद उससे पीछे नहीं हटते हैं। ये भी एक कारण है कि विदेशों के मुकाबले में भारतीय कपल्स में तलाक के मामले कम देखने को मिलते हैं।
जिंदगीभर साथ रहने का वादा करते हैं पूरा
भारत के कुछ परिवारों को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर शादीशुदा जोड़े एक दूसरे का साथ अंत तक निभाते हैं। दंपत्तियों के बीच में लड़ाई-झगड़े, बहस और तनातनी होती है लेकिन ये एक दूसरे से अलग रहना स्वीकार नहीं करते हैं। ये शादी और परिवार जैसी संस्था पर पूरा भरोसा करते हैं।