भाजपा में शामिल हो गए सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के 10 विधायक

भाजपा में शामिल हो गए सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के 10 विधायक
गंगटोक/नई दिल्ली, सिक्किम की प्रमुख पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के 10 विधायक मंगलवार को राजधानी नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। पूर्व सीएम पवन कुमार चामलिंग सहित 4 अन्य विधायकों को छोड़कर शेष सभी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। इस के साथ सिक्किम में अभी तक खाता नहीं खोल सकी बीजेपी के पाले में 10 विधायक हो गए। पूर्वोत्तर के प्रमुख प्रदेश सिक्किम पर 25 सालों तक शासन करने वाली सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट पहले से ही एनडीए का हिस्सा है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा और महासचिव राम माधव की मौजूदगी में मंगलवार को पार्टी के संस्थापक तथा पांच बार के मुख्यमंत्री चामलिंग और 4 अन्य विधायकों को छोड़ बाकी सभी विधायक बीजेपी से जुड़ गए। पार्टी में अभी कुल 15 विधायक हैं। बीजेपी सिक्किम विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत सकी थी, लेकिन अब बीजेपी के वहां 10 विधायक हो गए हैं। 1993 में पवन चामलिंग ने एसडीएफ का गठन किया था। पार्टी ने उसके बाद से हुए सभी पांच विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की। पार्टी ने 1994, 1999, 2004, 2009, 2014 के विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। हालांकि इस साल हुए चुनावों में एसडीएफ को हार का सामना करना पड़ा। एसडीएफ से बगावत कर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) बनाने वाले प्रेम कुमार तमांग ने एसडीएफ के 25 साल के राज को समाप्त करते हुए प्रदेश में सरकार बनाई। 32 सीटों वाले सिक्किम विधानसभा में एसडीएफ को 15 सीटें मिलीं, जबकि सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को 17 सीटें मिलीं। प्रेम तमांग के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ। इलाके में उनकी पहचान पी. एस. गोले के तौर पर है। फिलहाल सिक्किम की एकमात्र लोकसभा सीट पर भी एसकेएम का ही कब्जा है। गौरतलब बात यह है कि सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा दोनों ही केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए की सहयोगी हैं। 2016 में असम में पहली बार सरकार बनाने के बाद बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए ने नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस का गठन किया था। सिक्किम सहित अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, असम के मुख्यमंत्री इस गठबंधन का हिस्सा बने थे।