जानिए किस भगवान को कौन सा रंग है पसंद, होली पर रंगों का विशेष महत्व
भोपाल, कुछ ही दिनों में होली आने वाली है। ऐसे में जानिए किस देवता को कौन सा रंग चढ़ाना चाहिए। जिससे वे प्रसन्न होते हैं।
पीला रंग प्रिय है भगवान विष्णु को
भगवान विष्णु को पीला रंग प्रिय है। इसलिए इन्हें पीले रंग का गुलाल या इस कलर में चंपा, मौलसिरी, जूही, कदम्ब, केवड़ा, चमेली, अशोक, मालती, वासंती, चंपा, वैजयंती फूल चढ़ाए जा सकते हैं।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सफेद रंग का उपयोग
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अधिकतर सफेद रंग का उपयोग किया जाता है। नशीले और विष वाले पौधे और फूल प्रिय हैं। इसलिए इन्हें धतूरे के फूल, हरश्रृंगार, नागकेसर के सफेद फूल, सूखे कमल गट्टे, कनेर, कुसुम, आक, कुश आदि के फूल चढ़ाए जाते हैं। केवड़े का फूल और तुलसी चढ़ाना वर्जित है।
मां लक्ष्मी के लिए लाल रंग का गुलाल
मां लक्ष्मी के लिए लाल रंग का गुलाल चढ़ाएं। कमल का पुष्प धन की देवी मां लक्ष्मी का सबसे अधिक पसंद है। इसके अलावा उन्हें लाल फूल, लाल गुलाब भी उन्हें बहुत पसंद हैं।
हरा रंग और दूर्वा गणपति को पसंद
भगवान गणपति को हरा रंग पसंद है। इसलिए उन्हें होली के दिन हरे रंग का गुलाल लगाइए। इसी के साथ उन्हें दुर्वा सबसे ज्यादा प्रिय है। फूलों की बात करें तो इन्हें सभी फूल पसंद हैं।
कनेर का फूल सूर्य देव को पसंद
सूर्य देव की पूजा करते समय उन्हें कनेर, कमल, चंपा, पलाश, आक, अशोक का रंग और फूल पसंद हैं।
पीला रंग श्री कृष्ण को पसंद
भगवान श्री कृष्ण को पीले रंग का गुलाल चढ़ाना चाहिए। साथ ही कुमुद, करवरी, चणक, मालती, पलाश और वनमाला के फूल और इसी रंग का गुलाल चढ़ाना चाहिए।
होलिका दहन की राख में सारी बुराइयां भस्म होकर वह मंगलकारी बन जाती है
पुराने जमाने में होलिका दहन की राख से ही होली खेलने की परंपरा थी। बुंदेलखंड के गांवों में होलिका दहन की राख को धुरैड़ी के दिन एक दूसरे के माथे पर लगाकर होली की शुभकामनाएं देते हैं।
ऐसी मान्यता है कि होलिका दहन की राख में सारी बुराइयां भस्म होकर वह मंगलकारी बन जाती है। इसलिए इस खास उपाय से लोगों के जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं और व्यक्ति निरोगी बनता है।