महाकाल एक्सप्रेस-वे उज्जैन-इंदौर के साथ भोपाल को भी जोड़ेगा

भोपाल। अडानी समूह मध्यप्रदेश में सबसे बड़ा निवेश सडक़ निर्माण से लेकर बिजली उत्पादन तक में करने जा रहा है। कुल 75 हजार करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा उज्जैन समिट में प्रणव अडानी द्वारा की गई। वहीं इस मौके पर एक महत्वपूर्ण घोषणा फोरलेन महाकाल एक्सप्रेस-वे की गई, जिस पर 5 हजार करोड़ रुपए की राशि खर्च होना है।
उज्जैन से इंदौर और भोपाल तक यह एक्सप्रेस-वे निर्मित होगा
उज्जैन से इंदौर और भोपाल तक यह एक्सप्रेस-वे निर्मित होगा, जिसकी लम्बाई 198 किलोमीटर रहेगी। इस एक्सप्रेस-वे से इंदौर-उज्जैन के साथ-साथ भोपाल की दूरी घटेगी और समय भी बचेगा। हालांकि मौजूदा इंदौर-उज्जैन फोरलेन को मोहन सरकार सिक्स लेन में परिवर्तित करने जा रही है, जिसके लिए कैबिनेट ने 900 करोड़ रुपए से अधिक की राशि स्वीकृत भी की है। ऐसे में ये नए महाकाल एक्सप्रेस-वे का निर्माण किस तरह होगा और इसके लिए जमीन अधिग्रहण से लेकर अन्य प्रक्रिया भी करनी पड़ेगी।
विस्तृत कार्य योजना तैयार होना है
यह एक्सप्रेस-वे किन गांवों से गुजरेगा उसकी विस्तृत कार्य योजना तैयार होना है। अभी तो समिट में इस महाकाल एक्सप्रेस-वे की घोषणा की गई है। इसके अलावा अडानी समूह प्राकृतिक संसाधनों पर भी 4 हजार करोड़ रुपए, तो लॉजिस्टिक डिफेंस, खाद्य प्रसंस्करण डिफेंस में भी अपना विस्तार कर रहा है और मध्यप्रदेश में ही ये बड़ा निवेश होगा। इसके अलावा ऊर्जा क्षेत्र में भी अडानी समूह ने सिंगरौली में बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ाने पर 30 हजार करोड़ के निवेश की घोषणा भी की है। वहीं पम्प स्टोरेज परियोजनाओं पर 28 हजार करोड़ खर्च होंगे।