1 लाख से अधिक बच्चों का देश में हुआ यौन उत्पीड़न: स्मृति ईरानी
नई दिल्ली, देश में सिर्फ तीन साल के भीतर ही एक लाख से ज्यादा बच्चों के यौन उत्पीड़न की घटनाएं सामने आईं हैं. संसद में खुद मोदी सरकार ने इस बात का खुलासा किया है. यौन अपराधों से बच्चों को सुरक्षा देने के लिए बनाए गए पॉक्सो एक्ट के तहत सिर्फ 2016 तक दर्ज हुए मामलों का ही आंकड़ा सरकार के पास है. ऐसे में अगर 2017 और 2018 में हुए यौन अपराधों के आंकड़े भी सामने आएं तो हालात और गंभीर दिखते हैं.
लगातार बढ़ रहे बच्चों के खिलाफ अपराध
दरअसल, लोकसभा में सांसद एनके प्रेमचंद्रन ने पिछले पांच वर्षों के दौरान बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलों की जानकारी मांगी थी. सरकार ही इन मुकदमों के निस्तारण से लेकर अपराधों की रोकथाम के लिए की गई कोशिशों का भी ब्योरा मांगा था. जिसका जवाब देते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि पॉक्सो एक्ट, 2012 के तहत 2014 में 34449 मामले दर्ज किए गए. जबकि 2015 में 34505 और 2016 में 36022 मामले दर्ज हुए.
स्मृति ईरानी की ओर से संसद में दी गई जानकारी.
2015 में 2014 से 0.2 प्रतिशत और 2016 में 4.4 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई. स्मृति ईरानी ने बताया कि एनसीआरबी ने पॉक्सो अधिनियम के दायरे में आने वाले अपराधों के आंकड़े 2014 से ही जुटाने शुरू किए. वहीं 2014 से 2016 के बीच क्रमशः 7731, 10776 और 11121 मामलों का निस्तारण हुआ.