समाज के प्रत्येक वर्ग को राहत दे रहीं जनकल्याणकारी योजनाएं, राज्य सरकार की पहल की हो रही सर्वत्र सराहना
जयपुर । राज्य सरकार द्वारा आयोजित महंगाई राहत कैम्पों ने महज कुछ ही दिनों में प्रदेश के एक करोड़ से ज्यादा परिवारों को विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित कर एक नई मिसाल कायम की है। मध्यम वर्ग के साथ ही जरूरतमंद और असहाय तबके के लिए राहत की शीतलता लेकर आई सरकार की ये अनूठी पहल है। बुजुर्ग भी अपना अनुभव बताते हुए कहते हैं कि तत्काल राहत पहुंचाने वाला इस तरह का नवाचार उन्होंने अपने जीवन में पहली बार देखा है। योजनाओं के लाभ की गारंटी पाकर जब लोग अपने घरों को लौटते हैं तो उनके चेहरे की खुशी देखते ही बनती है ।
मंहगाई से आहत गोपाली बाई को राहत
महंगाई राहत कैंप गोपाली बाई जैसी महिलाओं के लिए सोने पे सुहागा साबित हो रहे हैं। बूंदी नगर परिषद में आयोजित कैम्प में छत्रपुरा निवासी गोपाली बाई को एक साथ 4 योजनाओं के गारंटी कार्ड मिले। गारंटी कार्ड मिलते ही उनका चेहरा खिल उठा। दरअसल गोपाली बाई किराने की एक छोटी सी दुकान चला कर अपने परिवार का भरण-पोषण करती हैं। महंगाई के दौर में कम आय के चलते परिवार पालना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। लेकिन अब उन्हें मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा, मुख्यमंत्री नि:शुल्क बिजली तथा मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना का लाभ मिलेगा। गोपाली बाई मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहती हैं कि अब उनके लिए परिवार चलाना पहले से आसान हो जाएगा।
सिराजुद्दीन को चिरंजीवी सुरक्षा कवच
कोटा में सिविल लाइन्स क्षेत्र में रहने वाले सिराजुद्दीन फार्मेसी कार्य से जुड़े हैं। कार्य की प्रकृति ऐसी है कि अधिकांश समय यात्रा पर रहना पड़ता है। कई बार सोचा लेकिन दुर्घटना बीमा अब तक नहीं करा पाए। कैम्प में आए तो उन्हें अन्य योजनाओं के साथ ही मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना का लाभ भी मिल गया। योजना में पंजीकृत होकर सिराजुद्दीन खुशी से फूले नहीं समाए। बोले, “मेरे फील्ड जॉब के लिहाज से यह बहुत जरूरी था। शिविर में मुझे यह सुविधा मिली, जिसके लिए सरकार का बहुत शुक्रिया। दस लाख रुपए का दुर्घटना बीमा मिलने से मैं अब निश्चिंत हो गया हूं।”
मंजू के चेहरे पर आई मुस्कान
कोटा के हरिओम नगर की रहने वाली मंजू बाई के चार बच्चे हैं। उनके पति ठेला चला कर परिवार का पेट पालते हैं। लेकिन महंगाई के दौर में पति की कमाई से दो वक्त की रोटी का इंतजाम हो पाना भी मुश्किल हो रहा था। इसलिए मंजू ने पति का हाथ बंटाने के लिए मेस में काम करना शुरू कर दिया। मगर दोनों की कमाई भी घर चलाने के लिए अपर्याप्त साबित हो रही थी। राहत की आस में मंजू महंगाई राहत शिविर में पंहुची जहां उन्हें 100 यूनिट फ्री बिजली, नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट, 25 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा, 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा एवं 500 रुपए में गैस सिलेण्डर की गारंटी मिली। मंजू देवी राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहती हैं कि इन योजनाओं से मिली राहत से वे कुछ पैसे बचा पाएंगी और स्वाभिमान के साथ अपने बच्चों को दो वक्त की रोटी खिला पाएंगी।
दिव्यांग दम्पत्ति को मिली राहत
पाली जिले के खौड गांव में आयोजित कैम्प में दिव्यांग दम्पत्ति कांतिलाल एवं किरण देवी रजिस्ट्रेशन करवाने पहुंचे। उपखंड अधिकारी के निर्देश पर कैम्प में तैनात कार्मिकों ने प्राथमिकता देते हुए तत्काल उनका रजिस्ट्रेशन कर गारंटी कार्ड सौंपे। उन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी, मुख्यमंत्री निःशुल्क घरेलू बिजली, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा एवं दुर्घटना बीमा योजनाओं का लाभ मिलेगा। राहत पाकर खुश दंपत्ति ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त किया और कहा कि बिना परेशानी के एक साथ इतनी योजनाओं का लाभ मिलने से जीवन आसान हो जाएगा।
दूर हुई प्रबीर की परेशानी
भीलवाड़ा के बापू नगर स्थित सामुदायिक भवन में चल रहे कैंप में पहुंचे 63 वर्षीय प्रबीर साईं राज्य सरकार की 5 जनकल्याणकारी योजनाओ से लाभान्वित हुए। उन्होंने बताया कि परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं। रोजगार नहीं होने से घर खर्च चलाने में कई समस्याओं तथा अभावों को महसूस करना पड़ रहा था। अब महंगाई से राहत देने वाली योजनाओं से परिवार का जीवनयापन सरलता से करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने इसके लिए राज्य सरकार का आभार प्रकट किया और उम्मीद जताई कि उनके जैसे जरुरतमंद नागरिकों के लिए शिविर खुशियां लेकर आएंगे।
कमला बाई अब नहीं रहेंगी किसी की मोहताज
कोटा के सुन्दर नगर की निवासी कमला बाई एकल महिला है। अब उनकी अवस्था मेहनत-मजदूरी करने की नहीं रही। ऐसे में उनकी यही अपेक्षा है कि दो वक्त की रोटी मिलती रहे और किसी का मोहताज नहीं रहना पड़े। मंहगाई राहत शिविर ने उन्हें राहत तो दी ही, मन का सुकून भी दिया। कमला बाई को जानकारी मिली तो वे कैम्प में पहुंचीं। यहां उन्हें बढ़ी हुई पेंशन का लाभ मिला। इसके अलावा उन्हें अन्नपूर्णा योजना में नि:शुल्क फूड पैकेट, 100 यूनिट फ्री बिजली और साथ ही चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिला। उनके लिए तो मंहगाई राहत कैम्प जैसे बुढापे का सहारा बनकर आया। योजनाओं में लाभ की गारंटी पाकर कमला बाई की आंखें नम हो आईं।
महावीर के पहचान पत्र के लिए तुरंत हुई कार्यवाही
सीकर की अठवास ग्राम पंचायत में आयोजित महंगाई राहत कैम्प ने ट्रांसजेंडर महावीर की जिंदगी बदल दी। महावीर के माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। बेरोजगार होने से उनके लिए गुजारा करना मुश्किल हो रहा था। कैम्प में अधिकारियों ने तुरंत जरुरी दस्तावेज तैयार कर महावीर का ट्रांसजेंडर पोर्टल पर पहचान पत्र के लिए ऑनलाईन आवेदन करवाया। साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लिए भी आवेदन करवाया। अब शीघ्र ही महावीर को पेंशन का लाभ मिलने लगेगा, जिससे वे सम्मानपूर्वक जीवनयापन कर पाएंगे। प्रशासन की इस त्वरित और संवेदनशील कार्यवाही की महावीर और कैंप में उपस्थित ग्रामीण जनों ने भूरी—भूरी प्रशंसा की और राज्य सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया।
सहाबुद्दीन की जिंदगी में खुशियों का उजाला
जोधपुर के देचू में आयोजित महंगाई राहत कैम्प ने नेत्रहीन सहाबुद्दीन को बड़ा संबल प्रदान किया। सहाबुद्दीन के 6 पुत्रियां हैं। बड़ा परिवार होने और कमाने वाला एक ही सदस्य होने के कारण घर का खर्च बहुत ही मुश्किल से चल रहा है। कैम्प में रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद उन्हें 7 योजनाओं यथा- मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारण्टी, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा तथा इन्दिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजनाओं के मुख्यमंत्री गारण्टी कार्ड प्राप्त हुए। योजनाओं का लाभ प्राप्त कर वे बहुत खुश हुए और कहा कि “अब मेरा और मेरी बच्चियों का वर्तमान और भविष्य सुरक्षित हो गया है। मैं मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को तहेदिल से दुआएं देता हूं।”