बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने में पवन ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने हेतु राजस्थान प्रयासरत: अतिरिक्त मुख्य सचिव, ऊर्जा विभाग
जयपुर। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शनिवार को 'ग्लोबल विंड डे' के अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में राजस्थान सरकार की तरफ से ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार रखे। वैश्विक पवन ऊर्जा दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में भारत में पवन ऊर्जा अपनाने में तेजी लाने के संभावित तरीकों पर चर्चा का केंद्रीय विषय ‘पवन-ऊर्जा: पावरिंग द फ्यूचर ऑफ इंडिया’ रखा गया। इस दौरान भारत में पवन ऊर्जा की प्रगति, तट से दूर पवन ऊर्जा विकास, पवन ऊर्जा उत्पादन पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत बनाने पर गहन चर्चा हुई।
कार्यक्रम में श्री आलोक ने "बढ़ती हुई ऊर्जा की मांग को पूरा करने में पवन ऊर्जा की भूमिका" पर आयोजित कार्यक्रम के प्रथम सत्र में अपना वक्तव्य रखा। जहां केंद्रीय मंत्री से लेकर सरकार के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में राजस्थान ने किस तरह पवन ऊर्जा के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित किया है इसकी भी तारीफ की गई।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि राजस्थान ने पवन ऊर्जा के क्षेत्र में अन्य राज्यों की अपेक्षा लगातार बहुत अच्छा काम किया है और इस उपलब्धि के लिए पूर्व में राजस्थान सरकार को केंद्र की ओर प्रथम पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। कार्यक्रम में राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री नथमल डिडेल भी मौजूद रहे।