आपका दिल रहेगा हमेशा तंदुरुस्त, अपनाएं ये घरेलू उपचार
आजकल की जीवनशैली में तनाव, अनहेल्दी डाइट और फिजिकल एक्टिविटीज की कमी सिर्फ मोटापा, अनिद्रा जैसी ही समस्याओं की वजह नहीं बन रही, बल्कि ये हमारे हार्ट की हेल्थ के लिए भी खराब है। शारीरिक और मानसिक सेहत का ध्यान रखना हमारे हार्ट के लिए बहुत ही जरूरी है। पहले जहां हार्ट से जुड़ी बीमारियां एक उम्र के बाद अटैक करती थी वहीं अब ये कम उम्र में ही दस्तक देने लगी हैं। हालांकि हृदय संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए दवाइयां उपलब्ध हैं, लेकिन आयुर्वेदिक घरेलू उपचार की मदद से भी हम अपने दिल को हमेशा तंदुरुस्त रख सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे?
रोग के कारण और लक्षण
हृदय रोग कई कारणों से हो सकता है, जैसे हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना और डायबिटीज़। यह सभी वजहें हृदय को नुकसान पहुंचाती हैं और हार्ट अटैक, इस्केमिक हृदय रोग, या दिल की अन्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं। अक्सर छाती में दर्द, सांस लेने में परेशानी, थकान, उलटी, या चक्कर आना हार्ट प्रॉब्लम्स के लक्षण हैं।
घरेलू उपचारों का महत्व
आयुर्वेद हृदय स्वास्थ्य को सुधारने के लिए एक प्राचीन तरीका है। आयुर्वेद में हार्ट को हेल्दी बनाए रखने के लिए कई प्राकृतिक उपचार और घरेलू नुस्खे हैं, जो हमारे हार्ट को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं।
घरेलू उपचार
अर्जुन की छाल: अर्जुन की छाल हमारे हार्ट के लिए एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है। अर्जुन की छाल का पाउडर बनाकर या चाय के रूप में सेवन कर सकते हैं।
लहसुन: लहसुन जिसका इस्तेमाल हर आमतौर पर खानपान के लिए करते हैं, हार्ट को हेल्दी रखने में बेहद फायदेमंद है। यह रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखता है। रोजाना लहसुन की 1 से 2 कलियां खाएं, फायदा मिलेगा।
अश्वगंधा: अश्वगंधा एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी है, जो स्ट्रेस कम करने में मदद करती है और हार्ट को हेल्दी बनाने में सहायक होती है। इसे ताजा रूप में खाने के रूप में या इसका पाउडर बना कर लिया जा सकता है।
तुलसी: तुलसी का सेवन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर हृदय की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। तुलसी की पत्तियों की चाय पीने से हार्ट को लंबे समय तक हेल्दी रखा जा सकता है।
योग और प्राणायाम: आयुर्वेद में योग और प्राणायाम को हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। योग और प्राणायाम के अभ्यास से स्ट्रेस कम होता है, जो युवाओं में बढ़ रही हार्ट प्रॉब्लम्स की एक बहुत बड़ी वजह है।
सही आहार: डाइट का हार्ट को हेल्दी रखने में बहुत ही महत्वपूर्ण रोल है, तो इसे दुरुस्त रखने के लिए हेल्दी और बैलेंस डाइट लें। फल, सब्जियों, अनाज को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सेवन करें। ऑयली, जंक और प्रोसेस्ड फूड्स अवॉयड करें।
पानी का सेवन: सही मात्रा में पानी पीना भी हार्ट को हेल्दी रखने के लिए बहुत जरूरी है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरह से होता है, जो कई सारी बीमारियों के खतरे को टाल सकता है।
इस तरह, हम अपने हृदय को हेल्दी और मजबूत बनाए रख सकते हैं और आने वाले बीमारियों से बच सकते हैं।