शारदा खदान की जगह पर खुल गये ईट भट्टे

शारदा खदान की जगह पर खुल गये ईट भट्टे

नेताओं के स्वार्थ की भेंट चढ़ रही शारदा प्रोजेक्ट

राकेश यादव
छिन्दवाड़ा/जुन्नारदेव:- क्षेत्र की बहुचर्चित एवं बहुप्रतिक्षित शारदा प्रोजेक्ट का खुलना अब बिल्कुल असंभव सा प्रतीत हो रहा है क्योंकि इस बार भी नेताओं के स्वार्थ टकराव की भेंट चढ़ गयी जो क्षेत्र का दुर्भाग्य हैं। इस बात से नेताओं को कोई लेना देना नहीं हैं। आम जनों को इस बात को अब भलीभाति समझ ले। आगामी लोक सभा चुनाव में कुछ ऐसा करे कि नेताओं को भी कुछ समझ में आ जाये।
ज्ञात हो कि उक्त प्रोजेक्ट आज का नहीं बल्कि पूरे 22 सालों पुराना हो गया है। इस दौरान जब-जब लोक सभा का चुनाव सामने आया। नेता इस प्रोजेक्ट के खोले जाने का राग अलापने लगते है। इतना ही नहीं इन नेताओं ने समय-समय पर भूमि पूजन का कार्य करके तो हद ही कर दी। चुनाव में वोट लिये और शारदा प्रोजेक्ट को खोलना भूल गये।
कम्पनी का हुआ लाखों खर्च - आने वाले लोक सभा चुनाव को देख नेता गढ़ अर्लट हो जाते एवं भूमि पूजन का कार्यक्रम तैयार कर लेते जबकि नेतागण उक्त प्रोजेक्ट नहीं खुलेगा। इस बात को भलिभाति जानते है। किन्तु नेतागण, सरकार के दबाव में इस भूमि पूजन कार्यक्रम में वेकोलि के अधिकारी लाखों रू व्यर्थ कर देते है।
धरी की धरीं रह गई जनता की आश - पूर्व में भले ही भूमि पूजन एवं इसमें लाखों रूपयों खर्च हो गये किन्तु उस समय इस प्रोजेक्ट के खुलने के असार दूर-दूर तक नहीं दिखाई दे रहे है। खदान का खुलना कोई आसान कार्य नहीं हैं इसके खुलने में मुख्यालय नागपुर में टेंडर और अन्य प्रक्रिया पूरी करनी पढ़ती हैं, जो पूर्व में कभी नही थी।
नेताओं के अहम ने ले डूबा - वर्तमान समय में इस प्रोजेक्ट को खोलें जाने हेतु मौका और दस्तूर दोनों हैं क्योकि इस प्रोजेक्ट को खोलने को लेकर जो आवश्यक कागजी कार्यवाही होनी चाहिए। खान अधिकारियों ने पूरी कर रखी है, सिफ भूमि पूजन कर खदान में कार्य शुरू करना ही शेष है।
नेता देखे क्षेत्र का हित - वर्तमान समय मे समूचा क्षेत्र बुरे दौर से गुजर रहा है, खदाने बंद होने से क्षेत्र का व्यापार जहाॅं पूरी तरह चैपट हो गया। वही क्षेत्र की चहल पहल भी खामोश सी हो गई है। यदि यह प्रोजेक्ट खुलता हैं तो इन दोनों की वापसी हो सकती हैं। इन बातों के नेतागण भली भांति देखे एवं क्षेत्र के हित को ध्यान में रख एक खान अधिकारी से भूमि पूजन कर कार्य प्रारम्भ करने में अपनी महती भूमिका का निर्वाह करें।