यूपी बिहार से ट्रको में लदकर आ रही धान की खेप

यूपी बिहार से ट्रको में लदकर आ रही धान की खेप

धान खरीदी होते प्रांरभ होते ही बिचौलियो का हुआ चौडा सीना

rafi ahmad ansari बालाघाट। मध्य प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी क्या प्रारंभ कर दी, जिले के बिचौलियों और व्यापारियों ने भी अपना सीना चौडा कर दिया और वे सरकार को समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिये यूपी बिहार से धान मंगवा रहे है। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब जिला प्रशासन की टीम ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए बाहर से आ रहे धान पर जप्ती करने की कार्यवाही का बिगुल बजाना प्रारंभ कर दिया। पिछले दो दिनो से लगातार जिले में बाहर से आ रहे धान पर जप्ती की कार्यवाही की जा रही है। वही सीएम के निर्देश मिलते ही अधिकारियों ने भी अपनी नजर पैनी कर ली है। दरअसल, किसानों को बिचौलियों से बचाने के लिए म.प्र सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की योजना प्रांरभ की। जहां पजीकृत किसानो से धान उपार्जन केंद्रो में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है, लेकिन इसका नतीजा इस रूप में सामने आ रहे है कि म.प्र को छोड, यूपी बिहार से लगातार धान की खेप बालाघाट पहुचं रही है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में किसानो के बजाय, बिचौलिए ही चांदी काटने के ख्वाब सजा रहे हैं। मामला किसानों के पंजीयन पर व्यापारियों की धान की तौल का हो या अन्य राज्य से धान लाकर खपाने का, सरासर सरकारी मंशा का मखौल उड़ाया जा रहा है। धान में धांधली के इस काम में जिम्मेदारों की भूमिका हमेशा संदिग्ध पाई जाती है। लेकिन बड़ी कार्रवाई नहीं होने से यह कारोबार समर्थन मूल्य की खरीदी में व्यापक पैमाने पर किया जाता है। साफ तौर पर कहे तो खरीदी केंद्रों से अनाज में धांधली का यह खेल प्रारंभ हो चुका है। यह खेल, धान की खरीदी से लेकर कस्टम मिलिंग ही नहीं चावल के वितरण तक चलता है। इस साल भी बड़े पैमाने पर व्यापारियों और दलालों ने सक्रिय होकर यूपी से धान की खेप बुलाई है, क्योकि किसानो के पंजीयन पर आसानी से व्यापारीयों के धान को खपाया जा सकता है। लेकिन इधर यूपी की धान से भरा एक ट्रक पकड़े जाने के बाद व्यापारियों में हड़कंप मच गया है। तो वही आज लालबर्रा तहसीलदार ने 5 ट्रको को रोका है जिसकी लालबर्रा क्षेत्र के सिहोरा और कंजई में जांच जारी है। वही बताया जा रहा है कि यह धान किसी राईस मिलर्स के द्वारा बुलवाया गया है। वर्तमान में लालबर्रा तहसीलदार की टीम ने धान से भरे जिन ट्रको को रोका है, वे वारासिवनी सहित जिले के अन्य जगहो पर पहुचंने वाले थे, लेकिन इन्हे तथाकथित स्थानो में पहुचने से पूर्व ही लालबर्रा में जाचं के लिये रोक दिया गया है। बाहर से आ रहे धान की जांच हेतू एक टीम का गठन भी किया गया है जो प्रतिदिन जांच सेवा में तत्पर रहेगी। धान की आवक को रोकने जिले की समाओं पर बनेगें चेक पोस्ट-- जिले में 16 नवंबर 2020 से समर्थन मूल्य पर धान के उपार्जन का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। यह कार्य 16 जनवरी 2021 तक चलेगा। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान अन्य राज्यों की धान के जिले में लाकर उसे धान खरीदी केन्द्रों के माध्यम से समर्थ्रन मूल्य पर बिक्री किये जाने की संभावना को देखते हुए कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित किया है कि वे जिले की सीमाओं पर धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट बनायें और उनमें दो-दो कर्मचारी की ड्यूटी 24 घंटे के लिए लगायें। धान उपार्जन की प्रक्रिया पूर्ण होने तक यह चेक पोस्ट कार्यरत रहेंगें।