अम्बिकापुर सिटी कोतवाली में उत्साह से सुना गया ‘‘रमन के गोठ‘‘

अम्बिकापुर, मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह की मासिक रेडियो वार्ता ‘‘रमन के गोठ‘‘ की पैंतीसवीं कड़ी को आज यहां सिटी कोतवाली के हाॅल में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल एवं पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार की उपस्थिति में उत्साह पूर्वक सुना गया। ‘‘रमन के गोठ‘‘ को पुलिसकर्मियों ने समसामयिक जानकारी सहित सभी वर्गों के लिए ज्ञान का पिटारा बताया। ‘‘रमन के गोठ‘‘ पर प्रतिक्रिया देते हुए युवा डीएसपी श्री मनीष कंुवर एवं सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी श्री विनायक सिंह बघेल ने ‘‘रमन के गोठ‘‘ को ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणा से ओत-प्रोत बताया। उन्होंने कहा कि ‘‘रमन के गोठ‘‘ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह आने वाले तीज- त्यौहारों से लेकर शासन द्वारा लिए गए निर्णर्यो, राज्य एवं केन्द्र सरकार की योजनाओं तथा सामाजिक गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हैं। उन्होंने परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए भी इसे काफी उपयोगी बताया। इसी प्रकार सिटी कोतवाली के आरक्षक श्री दिल कुमार, श्री प्रवीण कुमार, श्री अरविंद सिंह ने ‘‘रमन के गोठ‘‘ की सराहना करते हुए कहां की ‘‘रमन के गोठ‘‘ मेें सभी कड़ी अपने आप में अनुठी होती है तथा सही मायने में यह ज्ञान का पिटारा है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री निर्मल तिग्गा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री आर के साहू, अंबिकापुर के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी श्री अजय त्रिपाठी, नगर निगम की आयुक्त श्रीमती सूर्यकिरण तिवारी, सीएसपी श्री आर.एन. यादव सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी उपस्थित थे। In the Ambikapur City Kotwali, "Raman Ke Gote" was heard with excitement. अम्बिकापुर  मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने अपने मासिक रेडियो वार्ता ’रमन के गोठ‘ की पैंतीसवीं कड़ी में कहा है कि हर स्कूल का वातावरण गुरुकुल की तरह होना चाहिए जहां गुरु और षिष्य के बीच आत्मीयता का संबंध हो। षिक्षक और विद्यार्थी एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए बेहतर समाज और राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। डाॅ. सिंह ने इस वर्ष स्कूल में प्रवेष लेने वाले सभी बच्चों को बधाई एवं अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बच्चे अच्छे से पढ़ाई करें और यह बात गांठ बांध लें कि षिक्षा के माध्यम से ही आपका भविष्य बनेगा। षिक्षा ही ऐसा माध्यम है जो जीवन को नया मोड़ देकर उन्नति के पथ पर अग्रसर करती है। उन्होंने षिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों के मन में षिक्षा का महत्व और विषय की बारीकियों को अच्छी तरह से बैठाएं, ताकि बच्चों के स्मृति पटल पर हमेषा के लिए स्थिर हो जाए। डाॅ. सिंह ने शिक्षाकर्मियों के संविलियन को सरकार द्वारा षिक्षाकर्मियों के हित में लिया गया बड़ा कदम बताते हुए कहा कि प्रदेष में शिक्षा की गुणवŸाा एवं शैक्षिक प्रबंधन में एकरूपता लाने हेतु पंचायत षिक्षकों तथा नगरीय निकाय षिक्षकों का षिक्षा विभाग के अंतर्गत संविलियन करने का निर्णय 18 जून 2018 को मंत्रीपरिषद की बैठक में लिया गया। उन्होंने बताया कि पहले चरण में ऐसे 1 लाख 3 हजार षिक्षकों का संविलियन स्कूल षिक्षा विभाग में करने का निर्णय लिया गया। जिनकी सेवाएं 1 जुलाई 2018 को 8 वर्ष पूर्ण हो चुकी है। इसके पष्चात अगले क्रम में 8 वर्ष पूर्ण करते जाने वाले षिक्षकों का भविष्य में संविलियन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि षिक्षा विभाग में संविलियन के पश्चात षिक्षक पंचायत, नगरीय निकाय, अब षिक्षक एल.बी. संवर्ग के नाम से जाने जाएंगे एवं इनका प्रबंधन षिक्षा विभाग द्वारा किया जाएगा। डाॅ. सिंह ने बताया कि संविलियन पर 1346 करोड़ का अनुमानित व्यय भार आएगा, जिसका प्रबंध विधानसभा में प्रथम अनुपूरक बजट पारित कराते हुए कर लिया गया है। उन्होंने संविलियन किए गए षिक्षकों और षिक्षिकाओं से आह्रवान करते हुए कहा कि षिक्षा की गुणवŸाा बढ़ाने में पूरा ध्यान दें तथा अपनी लगन और मेहनत से संविलियन के फैसले की सार्थकता को साबित करें। In the Ambikapur City Kotwali, "Raman Ke Gote" was heard with excitement.मुख्यमंत्री डाॅ. सिंह ने बताया कि पहली से दसवीं तक के सभी बच्चों को मुफ्त पाठ्यपुस्तक वितरण किया जा रहा है। वर्ष 2003-04 में 7 लाख 27 हजार 751 पुस्तकों का वितरण किया गया था, जो यह बढ़कर 2 करोड़ 63 लाख 5 हजार 213 हो गई है। इस वर्ष से सभी विकासखण्ड मुख्यालयों एवं ऐसे नगर निगम क्षेत्र जहां ब्लॉक मुख्यालय नहीं हैं, वहां 153 प्राथमिक एवं 152 पूर्व माध्यमिक शाला का संचालन सीबीएसई के पैर्टन पर किया जा रहा है। इन विद्यालयों में कक्षा पहली एवं कक्षा छठवीं से पठन-पाठन कार्य किया जा रहा है। डॉक्टर सिंह ने बताया कि इस वर्ष 129 पूर्व माध्यमिक शाला का हाई स्कूल में एवं 130 हाई स्कूल का हायर सेकेंडरी में उन्नयन किया गया है। इसी प्रकार 100 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में कृषि संकाय का संचालन शुरू किया गया है। विद्या मितान के माध्यम से 3 हजार विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने वृक्षों की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि वृक्ष ही हमारे सच्चे साथी हैं, जितना हो सके पेड़-पौधा लगाकर धरती को हरा-भरा बनाएं। उन्होंने बताया कि छŸाीसगढ़ सरकार द्वारा इस वर्ष 7 करोड़ पौधा लगाने का संकल्प लिया गया है। इस संकल्प को हम सभी को मिलकर पूरा करना है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा धान के समर्थन मूल्य में एक साथ एक ही बार में 200 रूपए प्रति क्विंटल की वृद्धि करने पर प्रदेष की ढाई करोड़ जनता की तरफ से उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने बताया कि अब किसानों को 1550 से बढ़कर 1750 रूपए समर्थन मूल्य के रूप में मिलेगा तथा राज्य शासन द्वारा 300 रूपए प्रति क्विंटल बोनस दिया जाता है। इस तरह इस बार धान की खरीदी में किसानों को प्रति क्विंटल धान का 2 हजार 50 रूपए की राषि मिलेगी। मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने संचार क्रांति योजना के संबंध में बताया कि सामाजिक, आर्थिक जाति जनगणना 2011 की सूची में नाम वाले परिवारों तथा शासकीय एवं निजी तकनीकी एवं गैर तकनीकी षिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों को करीब 50 लाख मोबाइल दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि संचार क्रांति योजना के तहत ऐसे क्षेत्र जहां नेटवर्क कव्हरेज नही है, वहां मोबाइल टाॅवरों के माध्यम से नेटवर्क कव्हरेज उपलब्ध हो तथा ऐसे क्षेत्र जहां नेटवर्क तो उपलब्ध है, परंतु क्रय क्षमता नहीं होने के कारण डिजिटल कनेक्टिविटी का लाभ ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पा रहा था, उन्हें इसका लाभ मिल सकेगा। ‘‘रमन के गोठ‘‘ की पैंतीसवीं कड़ी को आज जिला पंचायत कार्यालय के सभाकक्ष में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, सहकारिता, भू-अभिलेख एवं सेलटेक्स विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा उत्साह से सुना गया। इसके साथ ही जनपद एवं ग्राम स्तर पर भी सुना गया।