रायपुर, मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में औद्योगिक विकास के लिए पूंजी निवेश की असीम संभावनाएं हैं। डाॅ. सिंह ने कहा - सीमित संसाधनों के साथ कुशल वित्तीय प्रबंधन से किसी भी चुनौती से निपटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2003 में छत्तीसगढ़ में केवल नौ हजार करोड़ रूपए का बजट था, लेकिन कुशल वित्तीय प्रबंधन के चलते आज राज्य का बजट 94 हजार करोड़ रूप हो गया है। डाॅ. सिंह आज रात यहां एक निजी टेलीविजन चैनल सीएनबीसी-आवाज के सीईओ अवार्ड कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में देश कीे अनेक प्रमुख कम्पनियों को सीईओ अवार्ड दिया गया।

मुख्यमंत्री डाॅ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक छोटा राज्य है। इस राज्य की संभावनाओं और क्षमताओं को कम लोग जानते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ एक छुपा रूस्तम राज्य है, जहां निवेश की असीम संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न कम्पनियों के अधिकारियों से कहा कि वे छत्तीसगढ़ को नजदीक से देखें, राज्य की नीति को समझे, तो पाएंगे कि छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा और सुरक्षित निवेश की संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह उद्योग को आगे बढ़ने के लिए नवाचार की जरूरत होती है, उसी तरह हमने राज्य की तरक्की के लिए अनेक नवाचार किए। छत्तीसगढ़ का पीडीएस प्रणाली नवाचार का सबसे बड़ा उदाहरण है। हमने पीडीएस में आवश्यकतानुसार बदलाव किए। लीकेज को बंद किया और इसे तकनीक से जोड़ा, जिसके फलस्वरूप आज छत्तीसगढ़ पीडीएस देश के लिए माॅडल है। इसी तरह युवाओं के कौशल उन्नयन किया। इसके लिए उन्हें कौशल उन्नयन का कानूनी अधिकार दिया।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जितनी योजनाएं चल रही है, उनका हम फीड बैक लेते है और उसके अनुसार योजनाओं में सुधार करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खनिज संसाधनों का प्रचुर भण्डार है। यहां पर्याप्त और निर्बाध बिजली है। यह जीरो पाॅवर कट राज्य है और इन सबसे बढ़कर उद्योग हितैषी वातावरण है। छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति उद्योग हितैषी है। उन्होंने कहा कि यहां कनेक्टिविटी की कोई समस्या नहीं है। सड़क, रेल और हवाई मार्ग से छत्तीसगढ़ देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। इसके साथ ही हम टेलीकाॅम कनेक्टिविटी पर भी काम कर रहे हैं। प्रदेश के 50 लाख लोगों को संचार क्रांति योजना के तहत मोबाईल दे रहे हैं। इसके पहले मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अमन कुमार सिंह ने प्रदेश के औद्योगिक निवेश की संभावनाओं की जानकारी उद्योगपतियों को दी।