MSTC नासिक किसानों की मदद के लिए करेगी प्याज की नीलामी
कोलकाता
प्याज मूल्य में गिरावट से बेहाल नासिक के किसानों की सहायता के लिए सरकार के स्वामित्व वाली एमएसटीसी लिमिटेड प्याज की उल्टी ई-नीलामी शुरू करेगी जिसमें एक न्यूनतम कीमत के आधार पर कीमतें आमंत्रित की जाएंगी। इसका उद्येश्य किसानों को उनकी उपज का ऊंचा दाम दिलाना है। अधिकारी ने कहा कि मदर डेयरी एक दिन में 20 टन प्याज खरीदकर इस प्रयास को अपना समर्थन देगी। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक एमएसएमई सम्मेलन के दौरान एमएसटीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बी बी सिंह ने बुधवार को कहा, हमने नासिक के प्याज किसानों का समर्थन करने का फैसला किया है।
कृषि वस्तुओं की नीलामी करने के लिए हमारे पास प्रौद्योगिकी उपलब्ध है। हमारे अधिकारी पहले से ही किसानों के लिए बाजार की पेशकश करने की योजना निष्पादित करने के लिए वहां मौजूद हैं। रिवर्स (उल्टी) नीलामी एक ऐसी नीलामी का प्रकार है जिसमें खरीदार और विक्रेता की भूमिकाओं को उलट दिया जाता है और आधार मूल्य पर सबसे कम कीमत की खोज की जाती है। महाराष्ट्र के नासिक में प्याज की कीमतें दो रुपये किलो से नीचे चली गईं, जिससे किसानों को अपनी फसल को आनन फानन में निपटाने के लिए मजबूर होना पड़ा जबकि यही खाद्य जिंस दिल्ली-एनसीआर और कोलकाता के बाजारों में 25 से 30 रुपये प्रति किलो की दर से बेची जा रही है। उन्होंने कहा, हम अगले 4-5 दिनों में मदर डेयरी के लिए फसल की रिवर्स ई-नीलामी शुरू करेंगे, जिसमें आधार मूल्य 6-8 रुपये प्रति किलोग्राम से कम नहीं होगा जिससे हमें इस संकट के समय बेहतर मूल्य प्राप्त होने की उम्मीद है।
प्याज और लहसुन अनुसंधान निदेशालय (डीओजीआर) द्वारा एक किलोग्राम प्याज की खेती के लिए लागत को 8.50 रुपये तय किया गया है। मदर डेयरी ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अपने 150 खुदरा दुकानों के माध्यम से उन्हें बेचने के लिए दैनिक 20 टन प्याज खरीदने का आश्वासन दिया है। सिंह ने कहा कि एमएसटीसी नासिक में उगने वाले प्याज की मांग बढ़ाने के लिए स्पेंसर, रिलायंस फ्रेश और अन्य संगठित खुदरा विक्रेताओं से वार्ता कर रही है। सिंह ने कहा कि हालांकि अभी एमएसटीसी को देश के निजी खुदरा श्रृंखलाओं की ओर से अभी कोई भी सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है।