जबलपुर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के लिए बनाई जाएगी बाउंड्रीवाल

जबलपुर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के लिए बनाई जाएगी बाउंड्रीवाल

जबलपुर
 रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) के मुखिया, डायरेक्टर जनरल अरुण कुमार ने कहा कि रेलवे में सुरक्षा को बेहतर करने जल्द ही हम रिटायर फौजी और होम गार्ड जवानों की मदद लेंगे। इस पर रेलवे ने मंथन शुरू कर दिया है।

इतना ही नहीं रेलवे स्टेशन पर एयरपोर्ट जैसी सुरक्षा व्यवस्था देने रेलवे के 3 हजार किमी लंबे ओपन हिस्से को बाउंड्रीवॉल से कवर किया जाएगा। इसमें देश के प्रमुख रेलवे स्टेशन को लिया गया है, जहां अवैध लोगों का स्टेशन पर प्रवेश रोका जाएगा। 202 रेलवे स्टेशनों पर हाई सिक्योरिटी व्यवस्था हो रही है। साथ ही जबलपुर समेत सभी ए और ए वन रेलवे स्टेशन पर फेस रीडिंग और बेहतर क्वालिटी के कैमरे रेलटेल लगाएगी।

शुक्रवार को जबलपुर दौरे पर आए डीजी ने रेलवे में अवैध वेंडर से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि रेलवे में अवैध वेंडर को समस्या नहीं माना जा सकता । रेलवे के पास इतनी संख्या में वैध वेंडर नहीं है, जिससे वह सभी यात्रियों को बेहतर पेंट्रीकार की सुविधा दे सके। अवैध वेंडर को वैध करने आईआरसीटीसी को जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए कमेटी बनाकर देशभर के रेलवे स्टेशनों पर समीक्षा की जा रही है।

हबीबगंज स्टेशन में होगी हाई क्लास सेफ्टी

हबीबगंज में बन रहे देश के सबसे आधुनिक रेलवे स्टेशन में आधुनिक सुरक्षा इंतजाम होंगे। इसके लिए आरपीएफ ने अधिकारियों के साथ स्टेशन सिक्योरिटी प्लान पर काम किया है । स्टेशन बनाने के दौरान सुरक्षा के सभी मापदंड को पूरा करने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी प्रमुख स्टेशनों में आरपीएफ की तैनाती बढ़ाने के लिए 8 हजार कांस्टेबल और 12 एएसआई के रिक्त पद 19 दिसंबर से भरने जा रहे हैं। इन पदों के लिए तकरीबन 74 लाख आवेदन आए हैं। भर्ती के लिए हमने देश के 17 रेलवे जोन को 6 जोन में बांटा है। अप्रैल तक भर्ती प्रक्रिया पूरी कर लेंगे।

अपनी तेज तर्रार कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले डीजी अरुण कुमार ने आरपीएफ को ईमानदारी का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि आरपीएफ का जवान, पैसेंजर से मारपीट कर पैसे वसूलता है तो उसके इस काम से आरपीएफ के सभी अच्छे कामों पर पानी फिर जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि जनवरी में वे देशभर के जीआरपी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें मुख्य तौर पर मध्यप्रदेश जीआरपी के एप को देशभर के रेलवे स्टेशन पर लागू करने पर चर्चा होगी।