जहां कभी बदबू आती थी वहां बैठकर नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने लीं चाय की चुस्की

इंदौर
इंदौर (INDORE) दौरे पर आए मध्य प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह (Urban Development Minister Jayawardhan Singh) ने ट्रेंचिंग ग्राउंड पर जाकर चाय की चुस्कियां लीं. उनके साथ नगर निगम कमिश्नर (Municipal commissioner) आशीष सिंह सहित अधिकारियों की पूरी टीम थी. जयर्धन ने यहां अफसरों के साथ कचरा प्रबंधन (Waste management) के बारे में चर्चा की. ये वही ट्रेंचिंग ग्राउंड (Trenching ground) है, जहां कुछ समय पहले तक 13 लाख मीट्रिक टन कचरे का पहाड़ था. लेकिन अब यहां शानदार गार्डन है. इंदौर के इस ट्रेंचिंग ग्राउंड के दिन फिरने की कहानी दूर तक मशहूर है. क्रिकेटर से सांसद बने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने अपने निर्वाचन क्षेत्र पूर्वी दिल्ली में भी अभी यही फॉर्मूला अपनाने की पहल की है.

इंदौर के इस ट्रेंचिंग ग्राउंड में पहले कई किलोमीटर दूर से बदबू आती थी. 13 लाख मीट्रिक टन कचरे का पहाड़ बन गया था. कचरे में हमेशा आग लगी रहती थी.उससे धुआं निकलता रहता था जिससे आसपास रहने वाले लोगों को सांस लेने शक में तकलीफ होती थी. आसमान में धुंध छाई रहती थी लेकिन अब यहां पर 149 एकड़ में शानदार गार्डन बना दिया गया है.

इंदौर वो शहर है जो लगातार तीन बार से देश में स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन बना हुआ है. इसे पिछली बार फाइव स्टार रेटिंग मिली थी. निगमायुक्त और निगम के आला अफसर इस बार हर हाल में शहर को सेवन स्टार रेटिंग दिलवाना चाहते हैं. यही वजह है कि वो निगम की टीम के साथ रात-दिन बैठक कर सारे मापदंड पूरा करने के प्रयास में जुटे हुए हैं. सेवन स्टार प्रमाणन, ओडीएफ, डबल प्लस और वॉटर प्लस से इंदौर को 1500 हजार अंक मिल जाएंगे. इससे स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर 1 का खिताब बरकरार रखना इंदौर के लिए आसान हो जाएगा. यदि फाइव स्टार पर रह गए तो एक हजार में से 200 अंक कम हो जाएंगे।

इंदौर की सफाई में 'चौका' लगाने की पुरजोर कोशिश जारी है. अपने तमगे को बरकरार रखने के लिए इंदौर ने स्वच्छता सर्वेक्षण के दो लीग में पहला स्थान बरकरार रखा है और अब तीसरे लीग में अव्वल आने का दावा किया जा रहा है.तीसरा पड़ाव सेवन स्टार रेटिंग का है. पिछले वर्ष इंदौर को फाइव स्टार रेटिंग मिली थी. इस वजह से निगम के अधिकारी इस बार सेवन स्टार रेटिंग हासिल करने की पुरजोर कोशिश में जुटे हुए हैं.