नक्सलियों ने आठ दिनों के भीतर फिर एकबार सुरक्षाबलों को निशाना बनाया

नक्सलियों ने आठ दिनों के भीतर फिर एकबार सुरक्षाबलों को निशाना बनाया

दंतेवाड़ा 
छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नक्सलियों का खूनी खेल जारी है। नक्सलियों ने आठ दिनों के भीतर फिर एकबार सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है। दंतेवाड़ा में हुए इस हमले में एक जवान समेत 5 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में चार नागरिक हैं जबकि एक जवान शहीद हुआ है। इस हमले में सीआईएसफ के दो जवान घायल भी हुए हैं। घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आपको बता दें कि राज्य में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण में 12 नवंबर को 18 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है।  

जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने यहां बचेली में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया। नक्सलियों ने एक मिनी बस को आईईडी ब्लास्ट के जरिए उड़ा दिया। बताया जा रहा है कि इस बस में सीआईएसएफ के 7 जवान मौजूद थे। बस्तर के आईजी वी सिन्हा ने हमले के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया, 'आज हुए हमले में एक सीआईएसएफ जवान और चार नागरिकों ने जान गंवाई है। दो लोग जख्मी हुए हैं। ऐसे हमलों से सुरक्षाबलों के हौसले पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। आने वाले विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण रूप से संपन्न कराए जाएंगे।' 

आपको बता दें कि इससे पहले दंतेवाड़ा के ही अरनपुर थाना क्षेत्र में 30 अक्टूबर को नक्सलियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में एक पत्रकार की मौत हो गई जबकि दो जवान शहीद हो गए थे। उससे पहले बीजापुर में नक्सलियों के हमले में चार जवान शहीद हो गए थे। 

गौरततलब है कि हाल के दिनों नक्सली पर्चा बांटकर बीजेपी को वोट नहीं देने की अपील कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग 12 नवंबर को होनी है। पहले चरण के तहत, नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिलों और राजनांदगांव जिले की 18 सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा। पहले चरण में मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के दो सदस्यों और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला के भाग्य का फैसला होगा। 

वहीं, दूसरे चरण में 72 सीटों के लिए 20 तारीख को मत डाले जाएंगे। राज्य में 90 में से 10 सीटें अनुसूचित जाति के लिए तथा 29 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। राज्य में कुल 1,85,59,936 मतदाता हैं। 

इससे पहले छत्तीसगढ़ के बीजापुर इलाके में एक बड़े नक्सली हमले में सीआरपीएफ के चार जवान शहीद हो गए थे। माओवादियों द्वारा बीजापुर में सीआरपीएफ की एक रोड ओपनिंग पार्टी पर हमला किया गया था।