पीपुल्स यूनिवर्सिटी अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित

 

हाल ही में आगरा में आयोजित प्रगतिशील भारत कॉन्क्लेव, 2018 में कॉर्पोरेट कौंसिल फॉर लीडरशिप एंड एवेरनेस (सीसीएलए) द्वारा  पीपुल्स यूनिवर्सिटी को प्रतिष्ठित इंडिआज़ क्वालिटी एजुकेशन पुरस्कार 2018 से सम्मानित किया गया । अनुसंधान को बढ़ावा देने में इसके योगदान को मान्यता देते हुए; पीपुल्स यूनिवर्सिटी को रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में सम्मानित किया गया।

पीपुल्स यूनिवर्सिटी केंद्रीय भारत का सबसे बड़ा एकल परिसर विश्वविद्यालय है। पीपुल्स यूनिवर्सिटी ने एक वर्ष में मिशन थूसाउंड रिसर्च प्लान शुरू कर पूरा किया था। टीम ने गुणवत्ता शोध, अंतर-विभागीय समन्वय, कार्यक्रम कार्यान्वयन की गहन निगरानी, ​​अनुसंधान सहयोग, प्रशिक्षण की निरंतरता, सर्वोत्तम प्रदर्शन रणनीतियों को सुनिश्चित करने, अनुभवी संसाधन व्यक्तियों के साथ तकनीकी चर्चाओं और सृजन के साथ एक वर्ष के भीतर हजारों अनुसंधान, अनुसंधान योजनाओं के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल किया। 


मेघा विजयवर्गीय ट्रस्टी एवं निदेशक पीपुल्स ग्रुप एवं  मयंक विशनोई निदेशक पीपुल्स ग्रुप ने प्रोफेसर एसपी बघेल  कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से डॉ अवधेश यादव अतिरिक्त पीएस प्रधान मंत्री कार्यालय, नवीन जैन महापौर, देश के अन्य गणमान्य व्यक्तियों  एवं अग्रणी शिक्षाविदों   की उपस्थिति में हुए  भव्य  समारोह में श्री सुरेश एन विजयवर्गीय चांसलर पीपुल्स यूनिवर्सिटी भोपाल की ओर से यह पुरस्कार प्राप्त किया। श्री सुरेश एन विजयवर्गीय चांसलर पीपुल्स यूनिवर्सिटी स्वास्थ्य कारणो के चलते कार्यक्रम मे शिरकत नही कर सके ।

मेघा विजयवर्गीय ने गुणवत्ता शिक्षा के क्षेत्र में सीसीएलए के प्रयासों की सराहना की और बताया की टीम पीपुल्स यूनिवर्सिटी का इस सम्मान से मनोबल बढ़ा है तथा अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए फोकस के साथ नई उचाईयों को छूने के लिए नई प्रेरणा मिली है। मयंक विशनोई  ने पीपुल्स यूनिवर्सिटी को दिए गए सम्मान के लिए प्रसन्ता ज़ाहिर की।

सीसीएलए ने उन शैक्षणिक संस्थानों का सम्मान करने के लिए इन पुरस्कारों का आयोजन किया जिन्होंने गुणवत्ता शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, शिक्षा मानकों में सुधार करने के लिए काम किया है अनुसंधान और नवाचार के लिए विश्व स्तरीय पर्यावरण के निर्माण पर जोर दिया है । सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) मंत्रालय के सहयोग से  कॉर्पोरेट कौंसिल फॉर लीडरशिप एंड एवेरनेस (सीसीएलए) का यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।