पुलिस लाइन में 144 मकान बनकर हैं तैयार, अब ट्रांसफार्मर लगने का इंतजार

पुलिस लाइन में 144 मकान बनकर हैं तैयार, अब ट्रांसफार्मर लगने का इंतजार

कोरबा
 आवास की कमी से जूझ रहे पुलिस कर्मियों के लिए अच्छी खबर है। पुलिस ने लाइन में 144 नए मकान बनकर तैयार हैं। बिजली की व्यवस्था होते ही नए आवास की चाबी पुलिस कर्मियों को रहने के लिए दी जाएगी।


पुलिस कर्मियों के आवास की समस्या को दूर करने के लिए रक्षित केन्द्र परिसर में 144 आवास का निर्माण कराया जा रहा है। ये आवास 12 ब्लॉक में बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक ब्लॉक में 12 मकान हैं। दो ब्लॉक के 24 आवास अधिकारियों के लिए बनाए गए हैं। 120 आवास सिपाही, हलदार और लिपिक सहित अन्य स्टॉफ के लिए हैं। कार्य अंतिम चरण में है।

लेकिन बिजली नहीं होने से आवास को हैंड ओवर लेने से पहले टेस्टिंग की प्रक्रिया पूरी नहीं हो रही है। पुलिस को स्वीच बोर्ड और पानी के लिए लगाए गए नल कनेक्शन की जांच करनी है। इसके लिए बिजली के सभी उपकरण को चालू करने होंगे। लेकिन पुलिस की सबसे बड़ी परेशानी बिजली नहीं होने से आ रही है। लाइन में आवास का निर्माण सितंबर तक पूरा होना था। मजदूर की कमी सहित अन्य कारणों से आवास दिसंबर तक पूरा नहीं हो सका है। पुलिस लाइन में पहले से 104 आवास है। 144 नए मकान पूरा होने के बाद आवास की संख्या बढ़कर 248 हो जाएगी।


अभी 800 मकान की और है जरूरत
पुलिस कर्मियों की संख्या को देखते हुए विभाग को करीब 800 मकान की और जरूरत है। स्थानीय स्तर से कई बार पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर आवास की मांग की गई है। हालांकि इसपर अंतिम फैसला पुलिस हाउसिंग सोसाइटी को लेना है।


मकानों के आवंटन के लिए मांगे आवेदन
नए मकान को आवंटित करने के लिए विभाग ने पुलिस कर्मियों से आवेदन मांगा है। आवंटन के दौरान वरिष्टा का ख्याल रखा जाएगा। साथ ही अन्य नियम कायदों का पालन किया जाएगा ताकि किसी प्रकार से कोई गड़बड़ी न हो और अहार्ता वाले को मकान मिल सके।


वितरण कंपनी को दिए 53 लाख रुपए
पुलिस ने बिजली की समस्या को दूर करने के लिए लाइन में 100 केवी की पांच ट्रांसफार्मर लगाने के लिए वितरण कंपनी से समझौता दिया है। इसके लिए लगभग 53 लाख रुपए बिजली कंपनी को दिया है। पुलिस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वितरण कंपनी को पैसे इस साल मार्च में दी गई थी। नौ माह पूरा होने को है, लेकिन वितरण कंपनी ट्रांसफार्मर नहीं लगा सकी है।