राज्यपाल से मिले उमर अब्दुल्ला, बोले- चाहते हैं कि कश्मीर मामले पर संसद से आए बयान

राज्यपाल से मिले उमर अब्दुल्ला, बोले- चाहते हैं कि कश्मीर मामले पर संसद से आए बयान


श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में बढ़ रही हलचल के बीच राजनीतिक घटनाक्रम अचानक तेज हो गया है। शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल से मिलने पहुंचे। उमर ने कहा कि राज्यपाल ने उनके सामने भी अपने कल के बयान को दोहराते हुए कहा कि राज्य में 370, 35-A या फिर परिसीमन पर कोई फैसला नहीं होने जा रहा है। उमर अब्दुल्ला ने मांग की है कि इस मामले पर देश की संसद से जवाब आना चाहिए। बता दें कि इससे पहले पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती ने भी शुक्रवार रात राज्यपाल से मुलाकात की थी। राज्यपाल राजनीतिक दलों को अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की थी।

'गवर्नर बोले, कोई तैयारी नहीं'
राज्यपाल से मीटिंग के बाद उमर ने कहा, 'हम ऑफिसरों से पूछते हैं कि क्या हो रहा है? वे कहते हैं कि कुछ हो रहा है, लेकिन क्या हो रहा है इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं है। इस अस्पष्टता के बाद हमने गवर्नर से मिलने का फैसला लिया। हमने उनसे पूछा कि आखिर क्या हो रहा है। गवर्नर ने अपना कल बयान फिर से दोहराया।' उमर ने कहा कि गवर्नर ने उन्हें यकीन दिलाया है कि किसी भी तरह की 'तैयारी' नहीं की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि 35ए से छेड़छाड़ की भी कोई तैयारी नहीं है।


पीडीपी की मीटिंग
इस घटनाक्रम के बीच पीडीपी ने भी बैठक बुलाई है। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि घाटी में अराजकता का माहौल है। केंद्र सरकार ने हाल के घटनाक्रम के कारणों को स्पष्ट नहीं किया है। महबूबा ने कहा, 'मैं आज बडगाम में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलूंगी और जम्मू-कश्मीर के विशेष संवैधानिक प्रावधानों के बारे में जागरूकता पैदा करूंगी।'


राज्यपाल के जवाब से संतुष्ट नहीं महबूबा
पीडीपी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार रात राज्यपाल से मुलाकात की थी। इस दौरान महबूबा के साथ शाह फैसल समेत कई अन्य नेता भी थे। नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने कश्‍मीर में 'भयपूर्ण वातावरण' पर चिंता जताई। राज्‍यपाल मलिक ने कहा कि अमरनाथ यात्रियों पर आतंकवादी हमला होने की विश्‍वसनीय सूचना थी। इसी वजह से अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को घाटी से लौटने के लिए अडवाइजरी जारी की गई है। उन्‍होंने कहा कि आतंकवादी फिदायिन हमला कर सकते हैं। इसी खतरे को देखते हुए सरकार ने यात्रियों और पर्यटकों को कश्‍मीर छोड़ने के लिए कहा है। इस मीटिंग के बाद महबूबा ने कहा था कि वह इस मामले पर गवर्नर के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं।