रुचि सोया में पतंजलि की दिलचस्पी बरकरार
नई दिल्ली
कर्ज में डूबी कंपनी रुचि सोया की घटती संपत्ति गुणवत्ता का मुद्दा उठाए जाने के बाद भी बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद उसका अधिग्रहण करना चाहती है। रुचि सोया के लिए सर्वाधिक बोली लगाने वाली अडानी विलमर ने रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल (आरपी) को एक पत्र लिखकर दिवालिया प्रक्रिया पूर्ण होने में हो रही देरी के कारण खाद्य तेल कंपनी की संपत्ति गुणवत्ता घटने का मुद्दा उठाया है।
इंदौर की कंपनी रुचि सोया के विरुद्ध कॉरपोरेट इन्सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रक्रिया (सीआइआरपी) दिसंबर 2017 को शुरू हुई थी। अडानी विलमर ने रुचि सोया का अधिग्रहण करने के लिए करीब 6,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी और उसे अगस्त में सबसे बड़ी बोलीदाता घोषित कर दिया गया था।
सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने हालांकि आरपी को लिखा है कि समाधान प्रक्रिया में काफी देरी हो रही है, जिसके कारण संपत्ति की गुणवत्ता घट रही है। उसने आरपी से सवाल किया है कि वह कम गुणवत्ता वाली संपत्ति को पहले लगाई गई कीमत पर ही क्यों खरीदे।