विकास पर ब्रिक्स और उभरती अर्थव्यवस्था के बीच बातचीत सुनहरा मौका- मोदी

जोहानिसबर्ग
ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जोहानिसबर्ग में कहा कि ब्रिक्स और अन्य उभरती अर्थव्यस्थाओं के बीच विकास पर बातचीत एक अच्छा अवसर है। उन्होंने कहा कि अफ्रीका की स्वतंत्रता, तरक्की और शांति भारत की उच्च प्राथमिकताओं में है। पीएम मोदी ने कहा- पिछले चार वर्षों में हमारी सरकार ने अफ्रीका में शांति और विकास को प्राथमिकताएं दी है।  हमने 40 से ज्यादा देशों को 11 बिलियन डॉलर कर्ज दिया है और भारतीय के निजी क्षेत्रों ने अफ्रीकी देशों में करीब 54 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। स्पेशल रिट्रीट सेशन के दौरान प्रधानमंत्री ने आगे कहा- मैं आश्वस्त हूं कि हमारे नए विचार और प्रभावशाली कदम से ब्रिक्स के आपसी सहयोग को मजबूत मिलेगी और एक नई दिशा तय करेगा। उन्होंने कहा कि भारत के खुद के विकास में दक्षिण का सहयोग काफी महत्वपूर्ण रहा है। हमारे विकास के अनुभवों को अन्य विकासशील देशों के साथ साझा करना हमारी प्राथमिकता रही है और आगे भी रहेगी।

रूस के राष्ट्रपति से की मुलाकात
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स सम्मेलन से इतर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता की और कहा कि भारत तथा रूस के बीच दोस्ती बहुत गहरी है। दोनों की बीच यह मुलाकात से पहले अनौपचारिक बैठक रूस के सोच्चि में हुई थी। दोनों नेता जून में चीन के छिगंदाओ प्रांत में आयोजित शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन सम्मिट से इतर भी मिले थे। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा , ''राष्ट्रपति पुतिन के साथ विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत और रचनात्मक चर्चा हुई। रूस के साथ भारत की दोस्ती बहुत गहरी है और हमारे देश विभिन्न क्षेत्रों में साथ मिलकर काम करते रहेंगे।