सिंधिया समर्थकों को RSS संघ की शाखाओं से जोड़ने की तैयारी

सिंधिया समर्थकों को RSS संघ की शाखाओं से जोड़ने की तैयारी

भोपाल
राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्रियों और नेताओं ने भले ही भाजपा ज्वाइन कर ली हो, लेकिन पार्टी की मातृ संस्था राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा और उसकी कार्यपद्धति से अभी तक वे अवगत नहीं हुए हैं। इसी को लेकर उन्हें अब संघ की शाखाओं से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में संघ के कुछ नेताओं को टारगेट दिया गया है कि वे सिंधिया समर्थकों को संघ की विचारधारा से परिचित करवाएं। जिसके लिए उनके बौद्धिक परिचर्चा की भी योजना है।

सूत्रों की मानी जाए तो संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के संघ के प्रमुख लोगों को अगले 6 महीने का टारगेट दिया है। इसमें प्रदेश के संघ के कुछ चुनिंदा नेताओं को अलग से जो टारगेट दिया गया है, उसमें सिंधिया और उनके समर्थकों को संघ की गतिविधियों से जोड़ने की कवायद भी शामिल है। दरअसल संघ चाहता है कि कांग्रेस में लंबा वक्त बिताने के बाद भाजपा में आए नेता भी संघ से जुड़े ताकि उन्हें संघ की रीति नीतियों के साथ ही उसकी विचारधारा और लक्ष्य पता चल सके।

बताया जाता है कि यह भी टारगेट दिया गया है कि इनमें से कुछ नेताओं को संघ की नियमित होने वाली शाखाओं से भी जोड़ा जाए। गौरतलब है कि संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत 4 नवंबर को भोपाल आए थे। इस दौरान उन्होंने भोपाल के शारदा विहार में आयोजित हुई तीन दिवसीय क्षेत्रीय बैठक में भाग लिया।  इस बैठक में उनके साथ संघ के प्रमुख पदाधिकारी भैयाजी जोशी, सुरेश सोनी, मनमोहन वैद्य भी मौजूद रहे।

कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं को संघ की दीक्षा देने के साथ-साथ उन्हें अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया जाएगा। इसके लिए जहां उन्हें शाखाओं से जोड़ा जाएगा वहीं संघ मुख्यालय नागपुर भी भेजा जाएगा ताकि वे संगठन के रूप में मुख्यालय के कामकाज को देख सकें और उसकी रीति-नीति में ढल सके। गौरतलब है कि भाजपा में शामिल होने के बाद सिंधिया भी नागपुर स्थिति संघ मुख्यालय जा चुके हैं। इसके अलावा सिंधिया ने कई बार संघ नेताओं के साथ चर्चा कर चुके हैं। सिंधिया परिवार का संघ से पुराना और गहरा नाता रह चुका है।